- लेखाधिकारी एवं कोषाधिकारी कार्यालय में पहुंचाने थे शासन से मिली ग्रांट संबंधी प्रपत्र

- रिसीव नहीं होने पर बीएसए कार्यालय में वापस लौटाने की जरूरत भी नहीं समझी

बरेली : बेसिक शिक्षा विभाग का फोर्थ क्लास कर्मचारी स्कूलों में विद्युतीकरण के लिए शासन से आए ग्रांट के जरूरी डॉक्यूमेंट्स को लेखाधिकारी व कोषाधिकारी कार्यालय पहुंचाने की बजाय घर ले गया. देर शाम तक वह वापस ऑफिस नहीं लौटा और कागजात भी संबंधित कार्यालयों में नहीं पहुंचे तो बीएसए कार्यालय में खलबली मच गई. जब खोजबीन हुई तो कर्मचारी की लापरवाही सामने आई. जिस पर बीएसए ने कर्मचारी को निलंबित कर शेरगढ़ के खंड शिक्षाधिकारी देवेश राय को जांच सौंपी है और उनके कार्यालय में अटैच किया है. थर्सडे को कर्मचारी से कागजात लेकर लेखाधिकारी कार्यालय पहुंचाए गए.

चुनाव के चलते स्कूलों में होना है विद्युतीकरण

लोकसभा चुनाव के चलते पोलिंग बूथ बनाए जाने वाले बेसिक स्कूलों में बिजली की व्यवस्था के लिए बजट जारी हुआ. जिसके जरूरी डॉक्यूमेंट्स 27 मार्च को बीएसए ने परिचारक रियाज अली के हाथों स्टेशन रोड स्थित वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय व कलेक्ट्रेट स्थित कोषाधिकारी कार्यालय भेजा था. वह डाक लेकर लेखा अधिकारी के कार्यालय पहुंचा, लेकिन लेखा विभाग के कर्मचारी ने डाक रिसीव नहीं की.

लेखा विभाग के कर्मचारी पर कार्रवाई को लिखा

डाक रिसीव करने में लेखाधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आई. जिसे बीएसए ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने उच्चाधिकारियों को कर्मचारी की हठधर्मिता से अवगत कराने के लिए वित्त एवं लेखाधिकारी से उसका नाम पता भी पूछा है. साथ ही कार्रवाई की मांग करते हुए पत्र जारी किया है. जिसमें कहा है, संबंधित कर्मचारी ने अन्य प्रपत्र लिए लेकिन लोकसभा निर्वाचन के चलते परिषदीय विद्यालयों के विद्युतीकरण किए जाने संबंधी जरूरी पत्र लेने से इंकार कर दिया. इस हठधर्मिता पर उक्त कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

सरकारी डाक लेकर कर्मचारी घर चला गया था उसे सस्पेंड करके मामले में जांच शुरू करवा दी है. डाक रिसीव न करने वाले लेखा विभाग के कर्मचारी पर कार्रवाई के लिए भी पत्र लिखा है.

तनुजा त्रिपाठी, बीएसए

Posted By: Radhika Lala