- शासन ने नगर निगम में निम्न पद पर तैनात कर्मचारी से उच्च पद का काम न लेने के दिए आदेश

बरेली -

नगर निगम में कर्मचारियों को उनके मूल पद से हटाकर मलाईदार पदों पर लगाने का खेल अब और नहीं चलेगा। शासन ने नगर निगम में निम्न पदों पर तैनात कर्मचारियों से उच्च पद का काम न लेने के आदेश दिए हैं। इसके बाद मलाईदार पदों पर जमे कर्मचारियों में खलबली मच गई है। इसके साथ ही इसे लेकर पार्षदों ने भी कर्मचारियों को मूल पद पर भेजने को लेकर मोर्चा खोल दिया है। वहीं अफसरों का कहना है कि पद रिक्त होने के चलते अधिकारियों और कर्मचारियों को अतिरिक्त प्रभार देकर काम चलाया जा रहा है।

फोर्थ क्लास कर्मचारी बना सुपरवाइजर

पुराना शहर के पार्षद यामीन रजा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि नगर निगम के जलकल विभाग के फोर्थ क्लास कर्मचारी निसार को विभाग में ही सुपरवाइजर बना दिया गया है।

सभी मलाईदार पद एक ही को

पार्षद यामीन रजा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि नगर निगम में तैनात कर निर्धारण अधिकारी ललितेश सक्सेना को मुख्य कर निर्धारण अधिकारी बना दिया गया है। साथ ही विज्ञापन प्रभारी और रेंट प्रभारी भी उन्हें ही बना दिया गया है। पार्षद का आरोप है कि ललितेश सक्सेना ने यूनीपोल और होर्डिग का भी नियम विरुद्ध आवंटन किया, जिससे नगर निगम को राजस्व का नुकसान हुआ।

सफाई नायक पर पूरे विभाग की जिम्मेदारी

नगर निगम में सफाई नायक के पद पर तैनात विजय कुमार उर्फ मन्नू को लेकर भी नगर निगम में काफी दिनों तक घमासान मचा रहा। पार्षदों ने इक्कठा होकर मन्नू को मूल पद पर काम करने के लिए मेयर, नगर आयुक्त सभी से शिकायत की और धरना तक दिया। पार्षदों का आरोप था कि मन्नू अपने मूल पद का काम छोड़कर स्वास्थ्य विभाग के वो सभी काम करता है जो कि एक उच्चाधिकारी के होते हैं।

लंबे समय से चल रहा खेल

नगर निगम में कर्मचारियों को उनके मूल पद से हटाकर दूसरे पटल पर लगाने का खेल लंबे समय से चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग में तैनात सफाई कर्मचारियों को सफाई नायक और ड्राइवर बनाने को लेकर पूर्व मेयर डॉ। आईएस तोमर के कार्यकाल में खूब हंगामा हुआ, लेकिन कर्मचारियों को उनके मूल पदों पर नहीं भेजा गया। इसके अलावा एक फोर्थ क्लास कर्मचारी को अतिक्रमण अभियान, विज्ञापन समेत कई पटल का प्रभारी बना दिया गया था, उसे सरकारी वाहन भी अधिकारियों ने मुहैया करवा दिया था। इसे लेकर अधिकारियों की जमकर फजीहत हुई तब कहीं जाकर कर्मचारी से सभी पटल का प्रभार हटाया गया था।

जिस किसी को भी लगता है कि हमारे पास सभी मलाईदार पद है। तो हमसे हटवा दिए जाएं क्योंकि हमने नगर आयुक्त साहब के आदेशों का पालन किया है। उन्होने जो काम करने को बोला हमने किया।

ललितेश सक्सेना, कर निर्धारण अधिकारी

नगर निगम में कई पद रिक्त हैं, उन पदों का काम देखने के लिए ही प्रभार दिया गया है, स्थाई तौर पर किसी को प्रभार नहीं दिया गया है।

ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive