मिशन एडमिशन

- कॉलेजों में सीटें जब तक पूरी नहीं होंगी तब तक निकलेंगी मेरिट

- एडेड और प्राइवेट कॉलेजों में भरने का नाम नहीं ले रहीं सीटें

- कई हजार स्टूडेंट्स ने कराया रीकंसीडरेशन, फिर भी फुल नहीं हुईं सीटें

- कॉलेजों की मनमानी रोकने को यूनिवर्सिटी ने हाथ में लिया था काम

- प्राइवेट कॉलेजों का रहेगा बुरा हाल, एडमिशन चलेंगे सालों साल

Meerut: जो हाल पहले कॉलेजों का होता था, वह हाल अब यूनिवर्सिटी का हो रहा है। कॉलेज में सीटें खाली होने के चलते एडमिशन लंबे समय तक चलते थे। यही नहीं जब तक परीक्षाएं होती थी, तब तक एडमिशन होते थे। कॉलेजों की मनमानी रोकने के लिए इसको यूनिवर्सिटी ने अपने हाथ में ले लिया। लेकिन यहां यूनिवर्सिटी को भी कॉलेजों ने अपने जैसा कर दिया है। यूनिवर्सिटी भी कॉलेजों चल रही एडमिशन प्रकिया को ब्रेक नहीं लगा पा रही है। इसके साथ ही जब तक सीटें होंगी तब तक मेरिट जारी होती रहेंगी।

कॉलेज करते थे खेल

पिछले सत्र तक एडमिशन का जिम्मा कॉलेजों को दिया जाता था। जहां कॉलेज वाले खुद ही रजिस्ट्रेशन कराते थे और खुद ही मेरिट भी लगाते थे। इसके चलते जब तक कॉलेजों में एग्जाम फार्म नहीं भरवाए जाते, तब तक एडमिशन चलते रहते थे। इसके साथ ही कॉलेज वाले डाटा पूरा प्रोवाइड नहीं कराते थे। ऐसे में यूनिवर्सिटी में पूरे साल एडमिशन के लिए कॉलेज वाले आते रहते थे। कॉलेज वालों की इस मनमानी को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी ने यह काम अपने हाथ में ले लिया।

अब यूनिवर्सिटी

यूनिवर्सिटी ने हालात में बदलाव के लिए कंपनी हायर की, जिसको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से लेकर कटऑफ मेरिट और फिर एडमिशन का जिम्मा सौंपा। यूनिवर्सिटी ने जल्द एडमिशन कराने और पढ़ाई सेशन शुरू करने के चक्कर में तीनों मेरिट एक साथ निकाल दीं। यूनिवर्सिटी को विश्वास था कि इन तीनों मेरिट में सीटें काफी हद तक भर जाएंगी। लेकिन हालात ये हैं कि मेरिट पर मेरिट आ रही है और सीटें भरने का नाम नहीं ले रही हैं। स्टूडेंट्स जाग-जागकर पहुंच रहे हैं और फिर सॉल्यूशन के लिए यूनिवर्सिटी में दस्तक दे रहे हैं।

ऐसे तो निकलती रहेंगी मेरिट

मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स समय से पहुंच नहीं रहे हैं, जिससे यूनिवर्सिटी के साथ कॉलेज का भी समय बर्बाद हो रहा है। फिर छूटे हुए स्टूडेंट्स रीकंसीडरेशन करा रहे हैं। इसके चलते करीब पांच हजार से अधिक बच्चों ने रीकंसीडरेशन कराया है। ऐसे में इनको कॉलेज में एडमिशन मिलने की उम्मीद है। इसके बाद जब इनको एडमिशन नहीं मिला तो फिर रीकंसीडरेशन किया। एक स्टूडेंट्स ने दो से अधिक बार रीकंसीडरेशन कराया। फिर भी एडमिशन नहीं लिया।

कब तक जारी करोगे मेरिट

कॉलेजों में सीटों के मुकाबले स्टूडेंट्स की संख्या कहीं अधिक है। इसके बाद भी कॉलेजों में एडमिशन पूरे नहीं हो पा रहे हैं। मेरिट निकलती है और एडमिशन फिर भी पूरे नहीं होते। अब आठवीं कटऑफ मेरिट क्फ् अगस्त को जारी होने वाली है। इसके बाद भी अगर सीटें खाली रहीं तो फिर मेरिट जारी होगी। यह प्रक्रिया तब तक चलेगी जब तक सीटें खाली रहेंगी। ऐसे में यह प्रक्रिया काफी लंबी खिंच सकती है। परीक्षा का सेशन लेट होगा, जो पहले ही तय हो गया है।

प्राइवेट कॉलेजों का क्या होगा

फिलहाल एडमिशन प्रकिया एडेड और गवर्नमेंट कॉलेजों में चल रही है। जहां मेरिट अभी जारी हैं। प्राइवेट कॉलेजों की बात करें तो हालत बुरी होने वाली है। जहां सीटों से कम रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इन सीटों को भरने के लिए पहले स्टूडेंट्स की जरूरत और फिर मेरिट। खाली रहने पर यह प्रक्रिया तो लंबी चलेगी। जहां एडमिशन का खेल कॉलेज वाले खुद खेलते हैं। यहां सीटें जरूर खाली रहेंगी। इसके बाद यूनिवर्सिटी कितनी मेरिट निकालती है, तब ही देखा जाएगा।

यह रहे एडमिशन

डीएन कॉलेज में सीटें - 9म्0

बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी बायो सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी मैथ सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी स्टे। सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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मेरठ कॉलेज में सीटें - ख्भ्ब्0

बीए सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी बायो सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी मैथ सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी स्टेट सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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एनएएस कॉलेज में सीटें - क्080

बीए सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी बायो सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी मैथ सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी स्टेट सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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आईएन पीजी कॉलेज में सीटें - 8ब्0

बीए सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी मैथ सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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कनोहर लाल पीजी कॉलेज में सीटें - भ्0भ्

बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

80 भ्7म् 7क् 9

बीए सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

ब्ख्भ् ख्0भ्0 फ्फ्9 8म्

आरजी पीजी कॉलेज में सीटें - क्ख्80

बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

80 क्8भ्7 ब्क् फ्8

बीए सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

9म्0 म्0फ्म् 7क्ख् ख्ब्8

बीएससी बायो सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

ख्ब्0 9ब्ख् ख्क्ब् ख्म्

शहीद मंगल पांडे पीजी कॉलेज में सीटें - ब्70

बीए सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

ख्70 9म्म् ख्म्भ् भ्

बीकॉम सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी बायो सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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बीएससी मैथ सीटें रजिस्ट्रेशन एडमिशन खाली सीटें

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वर्जन

जब तक सीटें फुल नहीं होती तब तक मेरिट जारी होती रहेंगी। आठवीं मेरिट भी क्फ् अगस्त को आ रही है। यह सब गड़बड़ी बच्चों के कारण हो रही है। जो समय से एडमिशन लेने नहीं पहुंच रहे हैं। फिर रीकंसीडरेशन करा रहे हैं। इससे एडमिशन लेट हो रहे हैं। - प्रोफेसर वाई विमला, एडमिशन कोर्डिनेटर

Posted By: Inextlive