इंप्‍लॉयीज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन EPFO ने एक नई स्‍कीम के तहत हेल्‍पडेस्‍क की शुरुआत की है. EPFO अपने अंशधारकों को निष्क्रिय भविष्य निधि खातों का पता लगाने में मदद करने के लिये एक ऑनलाइन हेल्पडेस्क गठित किया है. इसका मकसद ऎसे खातों में पडे धन का अंतिम निपटान करना या अंशधारकों के नए खातों में धन का अंतरण करना है.

एकाउंट्स में हैं 27,000 करोड़ रुपये
खबरों की मानें, तो EPFO एकाउंट को लेकर होने वाली दिक्कतों को लेकर हेल्पडेस्क लेकर आया है. इसका काम निष्क्रिय पड़े एकांउट्स को निपटाने का होगा. रिपोर्ट के मुताबिक इन एकाउंट्स में 27,000 करोड रूपए पडा हुआ है. जबकि इन खातों की संख्या करीब 8.15 करोड है. बताते चलें कि निष्क्रिय खाते वे हैं जहां 36 महीने में कोई योगदान नहीं आया है. वहीं EPFO ने एक अप्रैल 2011 से ऐसे एकाउंट्स पर ब्याज देना रोक दिया है. अधिकारी के अनुसार इस कदम से EPFO को बिना परिचालन वालों एकाउंट्स के निपटान में मदद मिलेगी. ऑनलाइन हेल्पडेस्क का उद्घाटन करते हुए श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा, इससे अंशधारक अपने खातों के निपटान के लिए प्रोत्साहित होंगे.
1 साल के अंदर होगा निपटारा
केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त के.के. जालान ने कहा कि निष्क्रिय पडे सभी खातों का निपटान एक साल के भीतर किये जाने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि EPFO भविष्य निधि के ऑनलाइन निपटान और निकासी सुनिश्चित करने के लिए जल्दी ही योजना लाएगा. वहीं एक अधिकारी ने कहा कि इस ऑनलाइन हेल्पडेस्क का उपयोग कर ऐसे एकाउंट्स के खाताधारक अपने खाते का पता लगा सकते हैं और इसका निपटान या भविष्य निधि अपने करंट एकाउंट्स में ट्रांसफर करा सकते हैं.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari