तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यहां से करीब 20 करोड़ लोग यात्रा कर सकते हैं।


इस्तांबुल (एएफपी)। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तय्यिप एर्दोगन ने सोमवार को इस्तांबुल के नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया, जिसे उनकी सरकार का कहना है कि अंततः यह दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। एर्दोगनने ने एक भव्य उद्घाटन समारोह में कहा, 'नया हवाई अड्डा हमारे देश का गौरव और दुनिया के लिए एक उदाहरण होगा।' जब तक 29 दिसंबर को इस एयरपोर्ट बड़ी ओपनिंग नहीं हो जाती है, तब तक यहाँ से सिर्फ पांच जगहों के लिए फ्लाइट्स चलेंगी।2028 में बनकर हो जायेगा तैयार


अभी यहां से साल में 9 करोड़ लोग यात्रा करेंगे लेकिन जब यह एयरपोर्ट 2028 में पूरी तरह से बनकर तैयार हो जायेगा, तब यहां से सालाना करीब 20 करोड़ लोग सफर कर सकेंगे। अभी अमेरिकी शहर एटलांटा में स्थिति दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट 'हार्टफील्ड-जैक्सन' से साल में करीब 10 करोड़ यात्री ही सफर कर पाते हैं। इस एयरपोर्ट को बनाने में 80 एफिल टावर्स के बराबर यानी कि 640,000 टन स्टील का उपयोग किया जा सकता है। 2028 में काम पूरा होने के बाद एयरपोर्ट पर छह रनवे और दो टर्मिनल होंगे। यह एयरपोर्ट 76 वर्ग किलोमीटर (29 वर्ग मील) से अधिक जगहों में फैला होगा।

एयरपोर्ट के चलते विवादों का सामना हालांकि इस हवाईअड्डे को बनाने में राष्ट्रपति रेसेप तय्यिप एर्दोगन को काफी विवादों का भी सामना करना पड़ा है। दरअसल, इस एयरपोर्ट को बनाये जाने के दौरान साइट पर कई मजदूरों ने अपनी गवाईं, जिसको लेकर सैकड़ो मजदूरों ने राष्ट्रपति के खिलाफ जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया। इस्तांबुल हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, 2015 में निर्माण शुरू होने के बाद साइट पर तीस मजदूरों की मौत हो गई है लेकिन यूनियनों का कहना है कि वास्तविक संख्या बहुत ज्यादा है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सभी मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन बाद में कई लोगों को छोड़ भी दिया गया। मजदूर यूनियन का कहना है कि अभ भी 20 मजदूर जेल में बंद हैं।

Posted By: Mukul Kumar