रांची : पति के अत्याचार से आजिज आकर अपने दो बच्चों व बूढ़ी मां को रांची लेकर पहुंची महिला को जब यहां भी खाने के लाल पड़ गये तो अंतत: वह जिंदगी से हार गई. इस परेशानी से निजात के लिए उसने सोमवार को धुर्वा डैम से कूदकर जान देने की कोशिश की मगर वहां मौजूद लोगों ने उसे बचा लिया और पुलिस को इत्तिला की. मौके पर पहुंची पुलिस उसे थाने ले आई. यहां उसने जो अपनी दुख भरी दासतां बयां की. उसे सुनकर पुलिसवाले भी दंग रह गए.

पीडि़त महिला बिहार के रोहतास निवासी तुलसी यादव की पत्‍‌नी है. वह इन दिनों रांची रेलवे स्टेशन में अपनी मां व दो बच्चों संग गुजारा कर रही थी. खाने के लाले पड़ गए तो परेशान होकर वह धुर्वा डैम पहुंची और यह आत्मघाती कदम उठा लिया. थाने में महिला ने बताया कि उसकी शादी 2003 में हुई थी. कुछ समय बाद पति उसे नशे का इंजेक्शन देकर उससे जबरन जिस्मफरोशी का धंधा कराने लगा. विरोध के बावजूद उसे इस धंधे में रखना चाहता था. इससे तंग आकर वह अपने दोनों बच्चों व बूढ़ी मां के साथ रांची आ गई.

बोली, साहब कहीं काम दिलवा दो

महिला को जब थाने लाया गया वो पसीने से तरबतर थी. धुर्वा थानेदार राजीव कुमार ने महिला के लिए कपड़े की व्यवस्था की. इसके बाद खाना खिलवाया. महिला जब बोलने की स्थिति में हुई तो थानेदार से बोली कि साहब बच्चों व बूढ़ी मां को पालना मुश्किल हो गया है. भीख नहीं मांग सकती. कहीं काम दिलवा दो. ताकि बच्चों को पाल सकूं. इसके बाद थानेदार ने सामाजिक संगठनों को बुलवाकर महिला की मदद की अपील की. फिलहाल महिला को रेलवे स्टेशन के पास ही क्वार्टर में रखवाया गया है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha