रमाबाई रैली स्थल पर लाखों की crowd roads पर बस और गाडिय़ों की भीड़ और चारबाग रेलवे स्टेशन पर घर लौटने के लिए भागमभाग. Sunday को city में कुछ ऐसा ही सीन दिखा. रैली और exam में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग बाहर से लखनऊ पहुंचे पर प्रशासन के बेहतर मैनेजमेंट और चौकसी से सब कुछ शांति से निपट गया.

एडीजी और सीनियर डीसीएम ने खुद कमान संभाल रखी थी। फस्र्ट क्लास इंट्रेंंस गेट से रैली में आये लोगों की इंट्री और सेकेंड क्लास गेट से एग्जिट। एक्स्ट्रा काउंटर, स्पेशल ट्रेनें और दूसरी ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच लगा कर भीड़ को मैनेज तो किया गया लेकिन आम रेल यात्री और एग्जाम देने आये स्टूडेंट्स को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

नहीं दे पाए पेपर
अफरा तफरी के आलम में देवरिया से आए रणवीर सिंह की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गयी। ट्रेन में भीड़ उम्मीद से ज्यादा थी उनकी सीट पर दो और लोग आकर बैठ गये जिससे वह ठीक से सो नहीं सके जिससे उनका पेपर अच्छा नहीं हुआ। जबकि  मुरादाबाद से पेपर देने आये कुलदीप त्यागी का ट्रेन में बैग छूट गया जिसमें उनका एडमिट कार्ड था, काफी मशक्कत के बाद भी वह पेपर नहीं दे पाये और बिना पेपर दिये ही उन्हें वापस लौटना पड़ा। सुल्तानपुर से एग्जाम देने आये राजवीर त्यागी ने बताया कि लखनऊ पहुंच गये तो सेंटर तक पहुंचने में बहुत परेशानी हुई। उनका सेंटर नेशनल पीजी कॉलेज था जहां पहुंचने के लिए आधा रास्ता उन्होंने पैदल ही तय किया। सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना स्टेशन से एग्जामनेशन सेंटर तक पहुंचने में हुआ। उनके मुताबिक रैली और एग्जाम दोनों को एक साथ नहीं पडऩा चाहिए था।
छूट गया पेपर
शाम तीन बजे से रैली में आये लोगों ने अपने-अपने घरों को लौटना शुरू किया और शाम पांच बजे के बाद एग्जाम देने आये लोग। हर तरफ भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी। शाम पांच बजे तक एक्स्ट्रा काउंटर पर 70 हजार रुपए से ज्यादा के टिकट बिक चुके थे और आठ ट्रेनों में एक्सट्रा कोच लगा कर भीड़ को क्लियर किया जा चुका था। रेलवे के अधिकारी हो या फिर जीआरपी और आरपीएफ के सभी के चेहरे पर टेंशन साफ नजर आ रहा था। एडीजी एके जैन ने कहा कि सभी कुछ सकुशल हो जाए इसके लिए हमने बहुत पहले से तैयारियां की थी। चारबाग रेलवे स्टेशन को दो सेक्टर में बांट कर भरपूर मात्रा में सुरक्षा बलों को लगाया गया था। जीआरपी सीईओ सुखविंदर सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेडियम को होल्डिंग एरिया बनाया गया। जिन लोगों की ट्रेनों को देर से छूटना था उन्हें बजाए स्टेशन पर रोकने के स्टेडियम में रोका गया।

एक लाख का बोझ
इंटेलीजेंस, राज्य कर्मचारी आयोग और 18 बैंकों के एक साथ पड़े एग्जाम और रैली में आये लोगो के कारण रेलवे स्टेशन पर एक लाख से ज्यादा लोगों का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया था। इंटेलीजेंस का एगजाम देने आने वाले लोगों की संख्या 27 हजार से ज्यादा थी जबकि बैंक और राज्य कर्मचारी आयोग का एगजाम देने आये स्टूडेंट की संख्या 50 हजार के आसपास।

टिकट कैंसिल करवाए
रेलवे ने दो स्पेशल ट्रेन चलाई जबकि लखनऊ-बरौनी, गोरखधाम, गोरखपुर इंटरसिटी, गोंडा पैसेंजर, रूहेलखंड, नैनीताल एक्सप्रेस और मथुरा एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में एकस्ट्रा कोच लगाए गये। समझदार लोगों ने अपने-अपने टिकट कैंसिल करावा दिये। संडे को लखनऊ मेल, दूरंतों, काशी विश्वनाथ और गोमती एक्सप्रेस के 350 से ज्यादा टिकट कैंसिल करवाये गये।

छावनी में बदल गया
चारबाग रेलवे स्टेशन का नजारा किसी छावनी से कम नहीं था। जगह जगह जीआरपी, आरपीएफ के सिपाही, डाग स्क्वायड और फायर की गाडिय़ों के अलावा उच्चाधिकारी खुद मौके पर तैनात थे। तलाशी के साथ टिकट की चेकिंग का काम जोर शोर से हो रहा था।

Posted By: Inextlive