DEHRADUN : एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस आईटीएस में फ्राइडे से दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन फार्मास्युटिकल साइंस ऑर्गेनाइज की जा रही है. इसमें विशेषज्ञ फार्मा एजुकेशन व देश-विदेश में फार्मा के क्षेत्र में हो रहे शोध कार्यों पर मंथन करेंगे. वेडनसडे को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसजीआरआर आईटीएस में फार्मा विभाग की प्रिंसीपल व कॉन्फ्रेंस की कंवीनर प्रो. प्रीति कोठियाल ने यह जानकारी दी.


विशेषज्ञ साझा करेंगे मंचएसजीआरआर पीजी कॉलेज के प्रिंसीपल प्रो। वीए बौड़ाई ने बताया कि उत्तराखंड में फस्र्ट टाइम देश-विदेश के फार्मा विभाग के दिग्गज एक मंच पर अपने विचार सांझा करेंगे। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट डॉ। बी सुरेश, कुलसचिव व सचिव अर्चना मुद्गल डबल्यूएचओ स्विट्जरलैंड की डॉ। शांति पॉल सहित कई विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। 402 शोधार्थियों के शोधपत्रकॉन्फ्रेंस के लिए देश-विदेश के 35 प्रसिद्ध फार्मा संस्थानों से 402 शोधार्थियों के शोधपत्र आए हुए हैं। इनमें आईआईटी, एफआरआई दून, पंजाब विश्वविद्यालय, फोरेंसिक लैब गुजरात के शोधार्थियों के शोधपत्र शामिल हैं, जबकि नेपाल के तीन शोधार्थी भी शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। इन पर होगी चर्चा
कॉन्फ्रेंस में विशेषज्ञ फार्माकोविजिलेंस के महत्व व प्रभावों पर मंथन करेंगे। एंटीबायोटिक्स के दुष्प्रभावों, रेगुलेटरी संस्थाओं की फार्मा शिक्षा में भूमिका, फार्मा विजन 2020, नवीन शोध कार्यों, हर्बल दवाओं के वैश्वीकरण व प्रभावों पर पर चर्चा की जाएगी.  इस मौके पर एसजीआरआर आईटीएस के डीन एकेडमिक प्रो। सिंघा, डीन एडमिन कर्नल आनंद, डॉ। नरदेव सिंह, मनीष मिश्रा, योगेंद्र बहुगुणा सहित फार्मा विभाग के फेकेल्टी सदस्य शामिल हुए।

Posted By: Inextlive