-एक्सपायरी डेट के माल को दूसरे ब्रांड की पैकिंग में बेचने का शक

- एसडीएम सदर ने एफएसडीए की टीम के साथ की छापेमारी

BAREILLY: सीबीगंज के परधौली में एक्सपायरी डेट के चिप्स, कुरकुरे, नमकीन की सप्लाई का जा रही थी। गोदाम में ब्रांडेड कंपनी के सामान को दूसरी पैकिंग में कर बेचा जा रहा था। एसडीएम ने शिकायत मिलने पर एफएसडीए की टीम के साथ छापेमारी कर 48 क्विंटल माल सीज किया है। गोदाम की दोनों दुकानों को सील कर दिया गया है। मौके पर मिले दुकानदार के पिता ने कुछ भी जानकारी से साफ इनकार कर दिया। फोन पर संपर्क करने पर दुकानदार ने पशु आहार का रजिस्ट्रेशन होने और मंडे तक कागज दिखाने की बात कही है। एफएसडीए की टीम पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

मसालों के भी पाउच मिले

सीबीगंज थाना क्षेत्र के गांव परधौली निवासी राम पाल गंगवार की मार्केट में तिलियापुर गांव निवासी शेर खां पुत्र शब्बीर खां ने गोदाम किराए पर ले रखा है। गोदाम पर विष्णु बिल्डिंग एंड मैटीरियल नाम का बोर्ड भी लगा हुआ था। इसके अलावा हसन इंटरप्राइजेज का बोर्ड भी लगा हुआ था। ग्रामीणों की सूचना पर एसडीएम सदर एमपी सिंह ने सीबीगंज थाना पुलिस को साथ लेकर गोदाम पर छापा मारा। छापामारी में एसडीएम ने करीब 48 क्विंटल कुरकुरे, लेज एवं अंकल चिप्स के पैकेट बरामद किए। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक कांटा व मसाले के कुछ पाउच भी मिले हैं।

तालाब किनारे भी मिले पैकेट

गोदाम के पास में ही एक तालाब पर भारी मात्रा में खाली पैकेट भी पड़े हुए थे। आशंका जताई जा रही है कि एक्सपायरी डेट के चिप्स, कुरकुरे में नए सिरे से मसाला डालकर अन्य किसी ब्रांड के पैकेट में पैक करके उन्हें बेचा जाता होगा। यह धंधा डेढ़ वर्ष से बदस्तूर जारी था। पूछे जाने पर शब्बीर खां ने मामले की सही से जानकारी नहीं दी, जबकि उनका बेटा शेर खां मौके से भाग गया।

जीएसटी में बताया रजिस्ट्रेशन

फूड इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह आजाद ने बताया कि मौके पर मिले बुजुर्ग शब्बीर ने किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया। दुकान में लगे बोर्ड पर पशु आहार और पोल्ट्री सप्लायर लिखा था। जब उसके बेटे से फोन पर संपर्क किया तो उसने कहा कि वह कानपुर में है। उसने बताया कि वह पशुओं के लिए सामान खरीदकर लाता है ऐसे में उसके पास क्या कागज हैं, उसने पशु आहार का रजिस्ट्रेशन कराया है या फिर किसी अन्य का, यह कागज देखने के बाद भी पता चल सकेगा। मंडे को कागज देखने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सेहत के लिए हानिकारक

फूड इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह आजाद का कहना है कि एक्सपायर माल सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। इसमें बैक्टीरिया और फंगस हो जाते हैं। जैसे ही कोई एक्सपायरी माल खाता है तो उसे फूड प्वाइजनिंग हो जाती है। समय पर इलाज न मिलने से जान भी चली जाती है। एक्सपायरी माल खाने से कैंसर का भी खतरा होता है।

जानवरों के लिए करता है सप्लाई

वहीं जब इस मामले में फोन पर शेर खां से संपर्क किया तो उसने बताया कि वह दुकानों से एक्सपायर माल सस्ते दाम में खरीद लेता है। पैकेट से माल को निकालकर खल और डेयरी वालों को बेच देता है। उसने पशु आहार का ही रजिस्ट्रेशन कराया है। वह एफएसडीए को अपने डॉक्यूमेंट दिखा देगा। उसने जानवरों को नुकसान के सवाल पर कहा कि वह 5-6 महीने से सामान बेच रहा है लेकिन अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।

एक्सपायरी सामान खाने से पेट संबंधी बीमारी हो जाती हैं। यदि माल में फंगस लगा है तो जान जाने का भी खतरा बना रहता है।

डा। अजय मोहन, फिजीशियन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

ह्यूमन बॉडी और एनीमल बॉडी सेम हैं। जो चीज खाने से इंसान को नुकसान होता है, उससे जानवरों को भी नुकसान होता है। एक्सपायरी माल पशुओं को खिलाना नुकसानदायक है।

डॉ। आरके सिंह, डायरेक्टर आईवीआरआई

Posted By: Inextlive