- रुद्रप्रयाग में बार-बार पकड़े जा रहे डेटोनेटर

- कहर बरपा देने वाला विस्फोटक, पहाड़ से नेपाल किया जा रहा था सप्लाई

priyank,mohan@inext.co.in

DEHRADUN: उत्तराखंड में आतंकियों के लिए विस्फोटक हासिल करना कोई बड़ी बात नहीं है। इस बात की पुष्टि बीते रविवार को हो गई जब उत्तराखंड से बड़ी तादाद में विस्फोटकों की तस्करी कर नेपाल ले जाता एक युवक को एसएसबी ने यूपी के बाहराइच से गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि दो साल पहले बिजनौर विस्फोट कांड में भी आतंकियों से डेटोनेटर ही मिले थे। उत्तराखंड के दुर्गम जिले रुद्रप्रयाग में अवैध रुप से विस्फोटकों की खरीद फरोख्त का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी सुन-सान पहाडि़यों के बीच बसे इस जिले में हजारों की तादाद में डेटोनेटर पकड़े गए हैं। बहरहाल रविवार को एक बार फिर से सामने आए इस घटना के बाद आईजी गढ़वाल ने मामले की जांच एसपी रुद्रप्रयाग को सौप दी है।

पहले कभी नहीं पकड़ा इतना िवस्फोटक

रुद्रप्रयाग में इससे पहले कई बार डेटोनेटर पकड़े जा चुके हैं, लेकिन गुपचुप तरीके से इन मामलों को दबाया जाता रहा है। म् अप्रैल ख्0क्0 को इसी जिले में सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदलशील जेड श्रेणी के एक हजार डेटोनेटर पकड़े गए थे। देश के इतिहास में इससे ज्यादा डेटोनेटर एक साथ अब तक नहीं पकड़े गए हैं। इन्हीं खतरों को देखते हुए विस्फोटक नियमावली में तय कठोर नियमों के अनुसार डेटोनेटरों या विस्फोटकों को विशेष रुप से बनी मैंगजीनों में रखा जाता है। मैगजीनों को सुरक्षा मानकों के अनुसार आबादी से दूर सुनसान जगहों पर बनाया जाता है ताकि कोई बड़ी दुर्घटना घटने बचा जा सके।

चीन सीमा से हो रही तस्करी

चीन की सीमा से मात्र चंद किलोमीटर दूरी पर विस्फोटकों की इस तरह से तस्करी की जा रही है। रविवार को पकड़े गए डेटोनेटर तस्करी मामले की जांच कर रहे एसपी रुद्रप्रयाग प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि मामले में कुछ और लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा जिले में तीन बड़े ठेकेदार, ए ग्रेड के क्7 ठेकेदारों को विस्फोटक का लाइसेंस मिला हुआ है। एसपी ने बताया कि जिले में एक पीडब्ल्यूडी, एक प्राईवेट ठेकेदार, एक एल एंड टी कंपनी और एक लेंको कंपनी की मैग्जीन हैं। इस चारों मैग्जीन स्टोरों के भी रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।

विस्फोटक नियमावली - ख्008 के अनुसार जेड श्रेणी के विस्फोटक सबसे खतरनाक होते हैं। इस श्रेणी के विस्फोटक न केवल बहुत बड़ा विस्फोट करने की क्षमता रखते है , बल्कि इनमें होने वाले विस्फोट के धमाकों के साथ कुछ जिन्दा डेटोनेटर मिसाइल की तरह उछल कर मीलों दूर जाकर वहां भी बर्बादी का कहर बरपा सकते हैं।

विस्फोटकों की तस्करी का मामला बेहद गंभीर है। मामले की जांच एसपी रुद्रप्रयाग को सौपी गई है।

संजय गुंज्याल, आईजी गढ़वाल

Posted By: Inextlive