70 प्रतिशत ड्राइवर्स की आई साइट निकली वीक
-सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत आरटीओ ऑफिस में लगाया गया चेकअप कैंप
-आई साइट कमजोर निकलने पर डॉक्टर्स ने दी ड्राइवर को उचित सलाह और दवा क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ : सड़कों पर दौड़ रहे कॉमर्शियल वाहन कब हादसे का कारण बन जाएं कह पाना मुश्किल है। क्योंकि इन वाहनों के लगभग 70 प्रतिशत ड्राइवर्स की आई साइट वीक हो चुकी है, इसके बाद भी वह वाहन चला रहे हैं। इसका खुलासा सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत थर्सडे को नकटिया स्थित परिवहन विभाग के ऑॅफिस में लगाए गए आई चेकअप कैंप की रिपोर्ट से हुआ। लगभग 70 परसेंट ड्राइवर्स को दूर दृष्टि दोष, निकट दृष्टि दोष या फिर मोतियाबिंद की प्रॉब्लम थी। 150 ड्राइवर्स का हुआ चेकअपसुबह दस बजे से आरटीओ ऑफिस में शुरू हुए चेकअप कैंप में अधिकतर कॉमर्शियल व्हीकल ड्राइवर्स की आई साइट चेक की गई। इसके साथ बाइकर्स की भी आई साइट चेक की गई। कैंप में करीब 150 ड्राइवर्स की आई साइट चेक की गई। इनमें लगभग 18 ड्राइवर्स की आंख में मोतियाबिंद की समस्या मिली जबकि लगभग 85 की आई साइट वीक पाई गई। कैंप में आरटीओ डॉ। अनिल कुमार गुप्ता, आरटीओ इनफोर्समेंट जयशंकर प्रसाद, एआरटीओ प्रवर्तन उदयवीर सिंह, एआरएम पीके, एसपी ट्रैफिक सुभाष चन्द्र गंगवार, टीआई परवेज और आरआई भी मौजूद रहे।
आंखों की केयर जरूरी
आई चेकअप कैंप में पहुंचे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर विशाल सक्सेना ने बताया कि मोतियाबिंद तो कम ड्राइवर्स की आंखों में निकला, लेकिन निकट और दूर दृष्टि के अधिकतर ड्राइवर्स के निकला। उन्होंने बताया कि मोतियाबिंद के बाद भी कुछ स्टेज ऐसी होती हैं जिसमें आंख की रोशनी को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके साथ दूर दृष्टि दोष हो या निकट निकट दृष्टि दोष उसे ध्यान देना चाहिए। जरूरत हो तो चश्मा यूज करें, लेकिन अवेयरनेस जरूरी है। ======================== एआरटीओ ने मनाया रोज डे सात फरवरी यानि वैलेंटाइन वीक की शुरूआत। थर्सर्ड को रोज डे के साथ वैलेंटाइन वीक शुरू हो गया। एआरटीओ उदयवीर सिंह ने भी रोज डे मनाया, लेकिन उन्होंने ऐसे लोगों को रोज दिए जो ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करते नजर आए। इसके साथ ही जो लोग वाहन ड्राइव करते समय ट्रैफिक रूल्स को फॉलो नहीं कर रहे थे उनका मौके पर चालान काटकर जुर्माना भ्ाी वसूला। हादसों में कमी लाने के लिए हो अवेयरसड़क सुरक्षा सप्ताह का मेन मकसद हादसों में कमी लाना है। इसीलिए परिवहन विभाग ट्रैफिक रूल्स फॉलो कराने के लिए कभी कॉलेज में अवेयरनेस प्रोग्राम चलाता है तो कभी चेकिंग कर रूल्स ब्रेक करने वालों से जुर्माना वसूलता है। इसके बाद भी पब्लिक अवेयर नहीं हो रही है। परिवहन विभाग और ट्रैफिक विभाग के अफसरों का कहना है कि हादसों में कमी लाने के लिए पब्लिक को अवेयर किया जा रहा है। सभी अवेयर होंगे तभी हादसों में कमी लाई जा सकती है।
=========== -आरटीओ ऑफिस में आई चेकअप कैंप लगाया गया था। इसमें मोतियाबिंद तो कम ही लोगों को निकला, लेकिन आई साइट वीक होने की समस्या ज्यादातर ड्राइवर्स में मिली। इसके लिए उन्हें उचित परामर्श दिया गया, ताकि वह अवेयर रहकर चेकअप और इलाज कराएं। डॉ। विशाल सक्सेना, आई सर्जन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल