परियोजना एक नजर में

- कुल लंबाई- 72 किलोमीटर

- लागत- 678.54 करोड़

- कुल क्रॉ¨सग स्टेशन- 10

- कुल क्रॉ¨सग हॉल्ट- 7

- निर्माण कार्य- इरकॉन

PATNA: रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि हाजीपुर स्टेशन के इंफ्रास्ट्रक्चर का भी विकास किया जाएगा। हाजीपुर स्टेशन पर सेकेंड इंट्री, प्लेटफॉर्म व फुट ओवर ब्रिज बनेगा। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने हाजीपुर स्टेशन से दिल्ली के लिए एक जोड़ी ट्रेन शुरू करने व सराय में किसी एक महत्वपूर्ण ट्रेन के ठहराव की मांग भी की। इस पर मंत्री सिन्हा ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन भी दिया। इसके पूर्व पूमरे के जीएम एके मित्तल ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम एमके अग्रवाल ने आगत अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। संचालन सीनियर डीसीएम दिलीप कुमार ने किया।

सितंबर तक हाजीपुर से जुड़ेगा वैशाली

मनोज सिन्हा ने कहा कि अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा रहा तो सितंबर महीने तक हाजीपुर से वैशाली तक की यात्रा रेल मार्ग से किया जा सकेगा। वहीं अगले मार्च तक सुगौली तक इस रेलखंड का विस्तार हो जाएगा। केंद्र सरकार बिहार में रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर व कनेक्टिविटी पर काफी गंभीरता से काम कर रही है। उन्हेांने कहा कि आजादी के बाद से अबतक रेलवे में यात्री यातायात में क्8 गुणा और 9 गुणा माल यातायात में वृद्धि हुई है, जबकि नेटवर्क का विस्तार मात्र सवा दो गुणा हुआ है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि रेलवे आधारभूत संरचनाओं के विकास पर बल दिया जा रहा है। सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज हाईवे की परियोजनाओं की तुलना में रेलवे में छह गुना अधिक निवेश हो रहा है।

रेलखंड पर बढ जाएंगी गाडि़यों की संख्या

मालूम हो कि हाजीपुर-बछवाड़ा रेलखंड के दोहरीकरण के बाद मेल, एक्सप्रेस और मालगाडि़यों की संख्या बढ़ जाएगी। फिलहाल इस रेलखंड से होकर फिलहाल ख् जोड़ी मेल-एक्सप्रेस, म् जोड़ी सवारी गाड़ी, ब् जोड़ी साप्ताहिक, फ् जोड़ी द्वि-साप्ताहिक, क् जोड़ी त्रै-साप्ताहिक मेल-एक्सप्रेस और लगभग ख्0 मालगाडि़यों का परिचालन हर दिन होता है। दोहरीकरण के बाद म् जोड़ी यात्री सेवा और 7 जोड़ी मालगाड़ी बढने की उम्मीद है। सीनियर डीसीएम दिलीप कुमार ने कहा कि फिलहाल म्0 जोड़ी गाडि़यों का परिचालन हर दिन होता है। दोहरीकरण के बाद क्ख्0 गाडि़यों का परिचालन होने लगेगा। वर्तमान स्थिति को देखें तो दिल्ली से आनेवाली गाडि़यां हाजीपुर तक तो ठीक आती हैं लेकिन हाजीपुर से बाद से बरौनी तक का सफर मुश्किल हो जाता है। दोहरीकरण के बाद से इस रेलरूट पर गाडि़यों के पंग्चुअलिटी में भी सुधार होगी। इसके बाद हाजीपुर से बरौनी जाना अब की तुलना में और आसान हो जाएगा। साथ ही पुरवोत्तर रेलवे की ओर जाने वाली मालगडि़यों की संख्या भी बढेगी।

Posted By: Inextlive