सोशल मीडिया दिग्‍गज फेसबुक ने मान लिया है कि लीक हुए कुल डाटा में से 5 लाख से ज्‍यादा यूजर्स की निजी जानकारी भारतीयों के हो सकते हैं। फेसबुक ने कहा कि करीब 8.7 करोड़ यूजर्स की पर्सनल इन्‍फॉर्मेशन गलत तरीके से यूके की राजनीतिक सलाहकार कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका को मिली थी। इनमें से ज्‍यादातर यूजर्स अमेरिका के थे।


निजी जानकारी 5 करोड़ से बढ़कर 8.7 करोड़ पहुंचीवाशिंगटन (प्रेट्र)। कैंब्रिज एनालिटिका को गलत ढंग से शेयर किया गया फेसबुक यूजर्स का डाटा लीक संख्या 5 करोड़ से बढ़कर 8.7 करोड़ तक पहुंच गया है। यह संख्या पहले से बताई संख्या से कहीं ज्यादा है। राजनीतिक फायदे के लिए फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारी लीक करने के बाद अब फेसबुक की साख व विश्वसनीयता पहली बार दांव पर लगी हुई है।डाटा लीक पर फेसबुक के सीटीओ का नया अपडेट


फेसबुक के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (सीटीओ) माइक शेरोपफेर ने कहा कि फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारी जो लीक हुई है उसकी कुल संख्या 8.7 करोड़ हो सकती है। इनमें से ज्यादातर यूजर्स अमेरिका के हैं। हो सकता है ये जानकारियां गलत तरीके से कैंब्रिज एनालिटिका को शेयर की गई हों। एक दिन पहले ही फेसबुक ने कहा था कि उसने यूजर्स की जानकारी की बेहतर सुरक्षा को लेकर कुछ बदलाव किए हैं।81 प्रतिशत निजी जानकारियां अमेरिकी यूजर्स के

लीक हुए डाटा में से 81 प्रतिशत निजी जानकारियां अकेले अमेरिकी यूजर्स के शामिल हैं। करीब 7.08 करोड़ डाटा अमेरिकी फेसबुक यूजर्स के थे जो गलत तरीके से कैंब्रिज एनालिटिका को मिले थे। इसके बाद 1.1 प्रतिशत निजी जानकारियां यूके और इंडोनेशियाई फेसबुक यूजर्स के शामिल हैं। निजी जानकारियां लीक होने के मामले में भारतीय यूजर्स की संख्या 7वें नंबर पर आती है। 562455 भारतीय यूजर्स की निजी जानकारियां लीक हो सकती हैं।एप एपीआई के जरिए नहीं एक्सेस कर सकेंगे पोस्टफेसबुक के सीटीओ ने कहा कि अब तक यूजर्स जो परमिशन देते थे उससे एप उनकी निजी इवेंट के आयोजन सहित उनकी गतिविधियों की जानकारी एक्सेस कर रहे थे। इससे कैलेंडर या एप में फेसबुक इवेंट प्लान करने में आसानी होती थी। लेकिन फेसबुक इवेंट में लोगों की गतिविधियों की जानकारी तो होती ही थी उनकी वॉल पर पोस्ट भी हो जाती थी। अब एप एपीआई के जरिए इवेंट वॉल से यूजर्स की गेस्ट लिस्ट या पोस्ट एक्सेस नहीं कर सकेंगे। उन्होंने अपनी एक लंबी पोस्ट में लिखा है कि भविष्य में कंपनी कड़े प्रतिबंधों के साथ ही किसी एप को एपीआई एवेंट के लिए मंजूरी देगी।

Posted By: Satyendra Kumar Singh