Allahabad :आतंक का पर्याय इन चेहरों को आपने कहीं देखा है? इनका इरादा नेक नहीं है. इनकी मौजूदगी यहां संभव है. इन सभी पर दस लाख रुपए तक का इनाम घोषित है. इसका कोई प्रमाण नहीं है कि ये इलाहाबाद में मौजूद हैं. लेकिन माघ मेले में आसान इंट्री से पुलिस ऑफिसर्स के कान खड़े हो गए हैं. ऑफिसर्स इसलिए भी चौकन्ने हैं क्योंकि विजिलेंस ऑफिसर्स का फीडबैक है कि आतंकी संगठनों के स्लीपिंग मॉडयूल यहां मौजूद हो सकते हैं...


ये दहशत गर्द कहीं आपके आसपास तो नहीं माघ मेले पर खौफ का साया मंडरा रहा है। आस्था की भूमि पर आतंकी चोट करने की साजिश की जा सकती है। मेला शुरू होने के चार दिन पहले पुलिस ने एलर्ट जारी करते हुए 12 आतंकियों का नाम उजागर किया है। इसे लेकर खुफिया विभाग के कान खड़े हो गए हैं। सभी की निगाहें अब माघ मेले की सिक्योरिटी पर लग गई हैं। लिस्ट में शामिल आतंकी मामूली नहीं हैं। ये बम बनाने और उसे प्लांट करने के मास्टर हैं। लास्ट इयर बिहार में दो सीरियल ब्लास्ट के बाद सुर्खियों में आया तहसीन अख्तर और हैदर अली का भी नाम इस लिस्ट में शामिल होने के कारण सुरक्षा तंत्र की चिंता बढ़ी हुई है। डीजी की ओर से फ्राइडे को इलाहाबाद पुलिस को लिस्ट जारी करके एलर्ट कर दिया गया है।12 आतंकियों की लिस्ट
डीजी ऑफिस से 12 आतंकियों की लिस्ट जारी की गई है। आईजी ऑफिस की ओर से इन 12 आतंकियों की पिक्चर और उनकी पूरी डिटेल जोन के सभी पुलिस कप्तानों को बताने काम शुरू हो गया। लास्ट इयर बोध गया और पटना में सीरियल ब्लास्ट हुआ था। इसमें बिहार के रहने वाले तहसीन अख्तर और हैदर अली का नाम प्रकाश में आया था। खुफिया विभाग ने साफ कर दिया था कि इस गैंग का मास्टर माइंड तहसीन अख्तर है। इसके साथ ही आजमगढ़ के रहने वाले छह आतंकियों और इंडिया में घुसपैठ कर छिपे आतंकियों की लिस्ट बनाई गई है। पुलिस ने अब इसे सार्वजनिक कर दिया है। यूपी बिहार है target    तहसीन के बारे में खुफिया विभाग ने खुलासा किया था कि इंडियन मुजाहिदीन ने बिहार के समस्तीपुर गांव के रहने वाले तहसीन को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी है। वह हिन्दी ही नहीं अंग्रेजी का मास्टर है। वह कंप्यूटर एक्सपर्ट भी है। उसे ट्रेनिंग में बम बनाने और उसे प्लांट करने की पूरी जानकारी दी गई है। तहसीन तभी से वांटेड चल रहा है। उसके साथी पकड़े गए तो उन्होंने खुलासा किया था कि तहसीन को यूपी में रहने के निर्देश आकाओं द्वारा दिए गए हैं। वह अपने नापाक मंसूबे को अंजाम तक पहुंचाने की कोशिशों में लगा हो सकता है। माघ मेला है soft target 


आतंकियों संगम तट पर लगने वाला माघ मेला साफ्ट टारगेट हो सकता है। लम्बे-चौड़े दायरे में लगने के चलते यहां इंट्री बेहद आसान है। पुलिस चाह कर भी मेले में एंट्री करने वालों की मानिटरिंग नहीं कर सकती। लास्ट इयर कुंभ के चलते सिक्योरिटी अरेंजमेंट टाइट थे। सेटेलाइट के थू्र मानिटरिंग और पिक्चर लेने की बात कही गई थी। इस बार की स्थिति ऐसी नहीं है। इससे ऑफिसर्स की चिंता बढ़ गई है। Sleeping module की मौजूदगी से बढ़ी चिंताखुफिया विभाग के ऑफिसर्स भी मानते हैं कि इलाहाबाद में आतंकवादी संगठनों के स्लीपिंग मॉड्यूल मौजूद हो सकते हैं। विभागीय ऑफिसर इस पर काम भी कर रहे हैं। ऑफिसर्स का मानना हे कि इस शहर का इस्तेमाल छिपने के लिए करते हैं। शहर के पुराने मोहल्लों में रेंट पर रूम लेकर रहने वालों का वेरिफिकेशन भी नहीं होता है। ऐसे में कोई भी उन्हें देख कर नहीं पहचान सकता है कि वे कहां के रहने वाले हैं। वे स्टडी के नाम पर यहां रेंट पर रूम लेकर छिपे हो सकते हैं और खुद को स्टेब्लिश करने के लिए कोई छोटा मोटा धंधा भी कर सकते हैं।खौफ का दूसरा नाम है इंडियन मुजाहिदीन

इंडियन मुजाहिदीन खौफ का दूसरा नाम है। भारत में होने वाली आतंकी गतिविधियों को इंडियन मुजाहिदीन ही प्लान करता है। खुफिया विभाग की मानें तो यंग लड़कों को धर्म के नाम पर वह भड़काता है और मोटिवेट करके अपने ग्रुप में शामिल करता है। एक लड़के को ट्रेनिंग देने के बाद उसे अपने कारनामों को अंजाम देने के लिए छोड़ दिया जाता है। एक बार काम लेने के बाद या उस व्यक्ति का नाम प्रकाश में आने के बाद इंडियन मुजाहिदीन उससे हमेशा के लिए रिश्ता खत्म कर देता है। कोई फंस जाता है तो उसे खुद ही अपने लिए सारे इंतजाम करने होते हैं। यही कारण है कि आतंकियों के पकड़े जाने के बाद भी गैंग के लीडर को पकडऩा मुश्किल होता है। सेलेटाइट फोन ने उड़ाई थी नींदमाघ मेले को लेकर पुलिस की नींद इसलिए भी उड़ी है क्योंकि लास्ट इयर जो कुछ हुआ उसे पुलिस अभी तक ट्रेस नहीं कर सकी है। कुंभ के दौरान खुफिया विभाग को पता चला था कि कुंभ कैंपस में कोई सेटेलाइट फोन यूज कर रहा है। उसे ट्रेस करना इंडियन पुलिस के लिए संभव नहीं था। ऐसे में पुलिस को कुंभ एरिया में एनाउंस करना पड़ा कि यहां सेटेलाइट फोन यूज करने से पहले पुलिस को बता दें। पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी। लेकिन न कोई खुद सामने आया और न ही किसी से आसपास ऐसा करने वाले के बारे में कोई सूचना दी।10-10 लाख के ये हैं इनामी मोहम्मद तहसीन अख्तर उर्फ सोनू उर्फ हसन उर्फ मेमन
फादर - मोहम्मद वसीम अख्तरएड्रेस- बिहार एक्सपर्ट - धर्म बदलने में मास्टर। हिन्दी, अंग्रेजी का जानकार हैदर अली उर्फ अब्दुला फादर-आलम  अंसारी एड्रेस-औरंगाबाद बिहार एक्सपर्ट -बातचीत का मास्टर वकास उर्फ जावेद उर्फ अहमद एड्रेस-पाकिस्तानी एक्सपर्ट - पंजाबी, उर्दू और अंग्रेजी का जानकार मोहम्मद रियाज उर्फ रियाज भटकल उर्फ इस्माइल उर्फ शाहबंदीपिता-इस्माइल शाहुल एडे्रस-कनार्टक एक्सपर्ट-साउथ इंडियन कल्चर की पूरी जानकारी मोहसीन इस्माइल चौधरी उर्फ सैय्यद उर्फ मोहसीन चौधरीफादर-इस्माइल इब्राहिम चौधीर एड्रेस-  पुणे एक्सपर्ट -अंग्रेजी का अच्छा जानकार आमीर रजा खान उर्फ परवेज उर्फ रिजवान उर्फ मुतक्की फादर-इशक अली खान एड्रेस-गया बिहार एक्सपर्ट -यूपी बिहार में लोकल बनकर कहीं भी रह सकता है मो। इकबाल उर्फ इकबाल भटकल उर्फ शाहबांदी उर्फ मोहम्मद मोहम्मद भाई फादर-इस्माइल शाहुल हम्मीद एड्रेस-कनार्टक   एक्सपर्ट -साउथ इंडियन बनकर छिपा हो सकता है

डॉक्टर शाहनवाज आलम फादर- शादाब अहमद उर्फ मिस्टर एड्रेस-संजरपुर, सरायमीर, आजमगढ़एक्सपर्ट -धर्म के नाम पर कुछ भी करने को तैयार आरिज खान उर्फ जुवैद फादर-स्वर्गीय जफर एड्रेस-आजमगढ़एक्सपर्ट-धर्म के नाम पर कुछ भी करने का तैयार मो। साजिद उर्फ बड़ा साजिद फादर-कुरैशान एड्रेस-आजमगढ़एक्सपर्ट-धर्म के नाम पर कुछ भी करने का तैयार मो। खालिदफादर- स्वर्गीय सगीर अहमदएड्रेस-आजमगढ़एक्सपर्ट-धर्म के नाम पर कुछ भी करने का तैयार मिर्जा शादाब बेगफादर-मिर्जा एहतेशाम एड्रेस-आजमगढ़एक्सपर्ट-धर्म के नाम पर कुछ भी करने का तैयार Repoted by piyush kumar

Posted By: Inextlive