फिल्ममेकर महेश भट्ट को किसी इंट्रोडक्शन की जरूरत नहीं है. उन्होंने अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में कई ‘अप्स एंड डाउंस’ देखे हैं उनका कहना है कि वह आज जो कुछ भी हैं वह उनके फेलियर्स की वजह से ही हैं.


फिल्म इंडस्ट्री में तीन डिकेड के ज्यादा का वक्त बिता चुके महेश ने कई बेहतरीन मूवीज बनाई हैं जिनमें से 'सारांश','अर्थ', 'नाम' और 'जख्म' कुछ ऐसी मूवीज हैं जो हमेशा ऑडियंस के जहन में ताजा रहेंगी. 64 साल के इस फिल्ममेकर ने अपने करियर की शुरुआत 1974 में की थी. वह अलग तरह का सिनेमा बनाने के लिए एक्सपेरिमेंट्स करने से कभी पीछे नहीं हटे हैं. महेश का कहना है, ‘मेरी अभी तक की जर्नी काफी फैसिनेटिंग रही है. हां, ‘अप्स एंड डाउंस’ भी रहे हैं पर वे फेलियर्स और डाउंस ही आपको पॉलिश करते हैं. मैं आज जो कुछ भी बन पाया हूं यह सब उनकी वजह से ही है.
उन फेलियर्स से ही आपको आगे बढऩे की ताकत मिलती है. मैं तो सिर्फ इतना कहूंगा कि जब आप लाइफ में फेलियर्स फेस कर रहे हों तो घबराएं नहीं क्योंकि वही आपका सबसे अच्छा वक्त होता है. हां, जब आप सक्सेसफुल हो जाते हैं तो आपको जरूर परेशान रहना चाहिए.’ महेश को सही मायनों में सक्सेस 1982 में आई उनकी मूवी 'अर्थ' से मिली थी, जो उनकी लाइफ से इंस्पायर्ड थी. 'अर्थ' को जल्द ही स्टेज पर प्ले के तौर पर लाए जाने की तैयारियां हो रही हैं.                                                                                                                                       -एजेंसी

Posted By: Kushal Mishra