- गोरखपुर-बिहार रूट की बसों में होती है मनमानी

- एमडी के पास पहुंची शिकायत तो जागा रोडवेज प्रशासन

- चेकिंग में कंडक्टर के पास से मिले फर्जी टिकट

GORAKHPPUR: बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसें अपनी मनमानी के कारण गोरखपुर में पहले दिन से ही परेशानी का सबब बनी हुई हैं। शुरू-शुरू में इन बसों पर रोड टैक्स चुराने का आरोप लगा था। जिसके बाद आरटीओ ने सख्ती कर बिहार की बसों से पेनाल्टी के साथ रोड टैक्स जमा कराया। ये मामला अभी ठंडा होता तभी मंगलवार को बिहार की एक बस से फर्जी टिकट पकड़ा गया है। साथ ही बस के पैसेंजर्स बिना टिकट यात्रा करते पाए गए। जिसकी जांच रोडवेज प्रशासन ने शुरू कर दी है। अधिकारियों की मानें तो जांच के बाद बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

एमडी तक पहुंची शिकायत

बिहार राज्य पथ परिवहन निगम बस की मनमानी की शिकायत पैसेंजर संदीप सिंह ने परिवहन विभाग के एमडी से की है। संदीप का आरोप है कि गोरखपुर से मोतीहारी तक यात्रा के दौरान बस में उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बस में सीट फुल होने के बाद भी कई पैसेंजर्स को जानवरों की तरह ठूंस दिया गया था। यही नहीं, बस की छत पर भी पैसेंजर्स को बैठाया गया था जिसका उन्होंने विरोध किया तो कंडक्टर ने मुंह बंद करके बैठने की हिदायत दे दी। वहीं यात्रियों को बिना टिकट यात्रा कराई जा रही थी। संदीप ने एमडी से शिकायत कर ये मनमानी रुकवाने की गुहार लगाई है।

आरएम ने कराई जांच

गोरखपुर डिपो के अनुबंधित बस मालिकों ने आरएम डीवी सिंह से शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि बिहार की बसों में मनमाना किराया वसूला जाता है और यात्रियों का टिकट भी नहीं बनाया जाता। जिसके बाद आरएम के निर्देश पर रोडवेज यातायात अधीक्षक कुशेन्द्र सिंह ने बिहार रूट की बसों की जांच की। जांच में भारी गड़बडि़यां बस में पाई गई। सूत्रों की मानें तो कंडक्टर के पास से कई टिकट मिले हैं जिनमें न तो कोई बस का नंबर है ना ही कोई डिटेल लिखी है। यही नहीं, बस में बैठे पैसेंजर्स के पास यात्रा का टिकट भी नहीं था। इसके साथ ही कंडक्टर के पास से एक कागज मिला है जिसमें गोपालगंज के लिए कई पैसेंजर्स से अलग-अलग किराया वसूलने की डिटेल लिखी थी। जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है। सूत्रों की मानें तो इन बसों में बचाव के लिए फर्जी टिकटों को रखा जाता है, जिसे पैसेंजर्स के द्वारा बार-बार डिमांड करने पर उसे पकड़ा दिया जाता है जिससे वो संतुष्ट हो जाएं। वहीं इन बसों से जो कमाई हो रही है वो बस मालिक अपनी जेब में डाल रहे हैं।

बॉक्स

लाखों का कर रहे वारा-न्यारा

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने पैसेंजर्स की शिकायत के आधार पर काफी पहले ही बिहार की बसों की पोल खोली थी। टीम से मिले एक यात्री ने बिहार बसों में बिना टिकट यात्रा कराने की शिकायत की थी। जिसके बाद खबर प्रमुखता से छपी भी थी। सूत्रों की मानें तो बिहार राज्य पथ परिवहन निगम में चलने वाली ज्यादातर बसें पहुंच वाले लोगों की हैं। ये रोडवेज को चूना लगाकर अपनी जेब भरने के लिए सारे नियम ताख पर रख देते हैं। इनकी पहुंच ऊपर अधिकारियों में होने के चलते इन पर कार्रवाई भी नहीं होती है। लिहाजा ये लोग हर महीने लाखों रुपए सरकार का अपनी जेब में डाल रहे हैं।

वर्जन

बिहार की गाडि़यों की चेकिंग के बाद जो भी कागजात मिले हैं उनकी जांच की जा रही है। इसके बाद एमडी को इस मामले की सूचना दी जाएगी।

- डीवी सिंह, आरएम, गोरखपुर रीजन

Posted By: Inextlive