- 45 लाख रुपए का फर्जी चेक एक संस्था के अकाउंट में ट्रांसफर कराने का प्रयास

देहरादून: पैंतालीस लाख रुपये का फर्जी चेक कैश कराने बैंक पहुंचे युवक-युवती को पुलिस के हवाले कर दिया गया. चेक क्लीयरेंस के दौरान फर्जीवाड़े का पता चला. दोनों आरोपी पटेलनगर इलाके के रहने वाले हैं. पुलिस ने दोनों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें जेल भेज दिया है.

वेरिफिकेशन के दौरान खुलासा

हाथीबड़कला स्थित आईसीआईसीआई बैंक के ब्रांच मैनेजर प्रतुल सहाय ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि फ्राइडे को एक युवक-युवती 45 लाख रुपये का चेक लेकर बैंक पहुंचे, जिसे आशियाना जन कल्याण नाम की समिति के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाना था. चेक दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रीवी ट्रैफिक रिसर्च की ओर जारी किया गया था. बड़ी रकम होने के कारण क्लीयरेंस से पहले चेक को संस्था से वेरिफाई कराया गया तो संस्था ने ऐसा कोई भी चेक जारी करने से इनकार कर दिया. धारा चौकी इंचार्ज कुलदीप पंत ने बताया कि बैंक कर्मियों के द्वारा लाए गए युवक और युवती से पूछताछ की गई तो युवक की पहचान शहजाद पुत्र इस्तकार निवासी ब्राह्मणवाला व युवती की पहचान सपना कश्यप निवासी शांति विहार कॉलोनी, पटेलनगर के रूप में हुई. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि चेक फर्जी था. दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.

Posted By: Ravi Pal