- हालात का जायजा लेने निकले एसएसपी भी हुए हैरान

- एक्सपायर हो चुके हथियारों के पाटर्स ने कराई किरकिरी

मेरठ। आंसू गैस के एक्सपायर्ड गोले। रायफल की गोलियां भी एक्सपायर्ड। सेफ्टी जैकेट फटी हुई। हेल्मेट से शीशा गायब। यह है पुलिस फोर्स की हकीकत। अगर शहर दंगे की चपेट में आ जाए तो क्या होगा? जाहिर है कि पुलिस को मात खानी पड़ेगी। शनिवार को निरीक्षण पर निकले डीएम-एसएसपी भी इस हकीकत से रूबरू हुए।

25 प्वाइंट्स का जायजा

एसएसपी ओंकार सिंह और डीएम पंकज यादव पुलिस बल के साथ पूरे दिन सिटी के 25 प्वाइंट्स पर पहुंचे। बच्चा पार्क, हापुड अड्डा, भूमिया का पुल, बेगमपुल, एल ब्लॉक, डी-ब्लाक, तेज गढ़ी चौराहा प्वाइंटस पर खड़े पुलिस और आरएएफ के जवानों से बात की। सड़कों पर वाहनों और सिटी बस की चेकिंग की। इन प्वाइंटस पर घुमकर दोनों ने जायजा लिया कि जवान कितने अलर्ट हैं। एसएसपी का इरादा तो लोगों को दंगा नियंत्रण बल दिखाना था, लेकिन जब एसएसपी और डीएम ने पुलिस कर्मियों के हथियार और उनके पाटर्स को देखा तो वो एक्सपायर्ड मिले। आंसू गैस का गोला एक्सपायर्ड मिला, तो वहीं कई पुलिस कर्मियों को मिली जैकेट भी फटी हुई थी। इसी के साथ हेलमेट से भी शीशा गायब दिखा।

और चढ़ गए बस में

हापुड अडडे पर एसएसपी और डीएम ने वाहन चालकों की चैकिंग की तो वहीं रास्ते से गुजर रही एक सिटी बस में भी चढ़ गए। यहां उन्होंने बस में बैठी सवारियों की चैकिंग की। आखिर दंगे की रिहर्सल के नाम पर हुए हुए चेकिंग अभियान में जब दोनों अधिकारियों की गाडि़यां बीच चौराहे पर रुकी, तो जाम की स्थिति बन गई। लोगों में खलबली मच गई कि आखिर हुआ क्या है। जब लोगों को पता चला कि चेकिंग अभियान चल रहा है तो वहां से गुजर रहे एक युवक ने कहा कि एसएसपी ने शायद सिंघम रिट‌र्न्स देख ली है।

दंगा नियंत्रण बल के साथ सिटी के मैन प्वाइंटस पर चैकिंग अभियान चला गया था। इसका मकसद लोगों में पुलिस का बल दिखाना था। इस बीच कई खामियां भी नजर आई, जिन्हें सुधारा जाएगा।

ओंकार सिंह, एसएसपी

Posted By: Inextlive