फाल्गुन मास में भगवान शिव की पूजा तो होती ही है भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने के लिए भगवान श्रीहरि ने नरसिंह अवतार लिया था। इस मास में होलिका दहन और होली के उत्सव को भी मनाते हैं।

फाल्गुन मास का प्रारंभ आज से हो गया है, यह हिन्दू पंचांग का 12वां महीना है। इस मास में भगवान शिव और श्रीकृष्ण की उपासना की जाती है, इसलिए इस मास का पौराणिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व होता है। इस मास में न अधिक गर्मी होती है और न ही अधिक सर्दी।

फाल्गुन मास में भगवान शिव की पूजा तो होती ही है, भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने के लिए भगवान श्रीहरि ने नरसिंह अवतार लिया था। इस मास में होलिका दहन और होली के उत्सव को भी मनाते हैं। इसके अलावा पौराणिक मान्यता है कि चंद्रमा की उत्पति भी महर्षि अत्रि और उनकी पत्नी अनुसूया की संतान के रूप में इसी मास में हुआ था, इसलिए इस मास चंद्रोदय पूजा भी होती है।

प्रमुख व्रत एवं त्योहार

24 फरवरी: यशोदा जयंती

25 फरवरी: शबरी जयंती

02 मार्च: विजया एकादशी

04 मार्च: महाशिवरात्रि

06 मार्च: फाल्गुन अमावस्या, दर्श अमावस्या

07 मार्च: चंद्र दर्शन 

08 मार्च: फुलैरा दूज

10 मार्च: विनायक चतुर्थी

13 मार्च: रोहिणी व्रत

15 मार्च: मीन संक्रांति

17 मार्च: आमलकी एकादशी

20 मार्च: होलिका दहन

21 मार्च: होली, वसंत पूर्णिमा, लक्ष्मी जयंती

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Posted By: Kartikeya Tiwari