AGRA: रंग-बिरंगी लाइटों से झिलमिलाती मिथिला नगरी, अद्भुत छटा बिखेरते जनक महल पर जैसे ही प्रभु श्रीराम और सीता विराजमान हुए, वैसे ही हर ओर रघुनंदन के जयघोष गूंज उठे। लाखोंभक्त उनके दर्शन के लिए उमड़ पडे। महल के सामने भक्तों का सैलाब इस कदर था, कि मानों प्रभु दर्शन को कब से आतुर हों।

किया नगर भ्रमण

गांधी नगर में सजाई गई जनकपुरी में शुक्रवार को भगवान राम ने भ्राता लक्ष्मण, भ्राता भरत और भ्राता शत्रुघ्न के साथ अन्य बारातियों को लेकर नगर भ्रमण किया। बैंडबाजों के साथ जनवासे से शुरू हुई शोभायात्रा में गणेशजी की सवारी सबसे आगे चल रही थी। उनके बाद चारों भाई श्वेत अश्वों पर सवार होकर चल रहे थे। भगवान राम के स्वरूप के मुकुट पर जहां सूर्य की किरणें झिलमिला रहीं थीं, वहीं लक्ष्मणजी के मुकुट पर शेषनाग की आकृति बनी उनकी विशेषता प्रदर्शित कर रही थी। विभिन्न मार्गो से होती हुई शोभायात्रा जनकमंच पर पहुंची। वहां पहुंचते ही मंच से जयघोष गूंजने लगे। हजारों नर नारियों ने प्रभु के दर्शन का लाभ उठाया।

जगह-जगह हुआ स्वागत

जनकपुरी में भ्रमण के दौरान प्रभु श्रीराम सहित चारों भाइयों का जगह-जगह स्वागत हुआ। कहीं पुष्प वर्षा तो कहीं पर भक्तों ने प्रभु की आरती उतारी। प्रभु आए तो जनकपुरीवासियों में उत्साह की लहर दौड़ गई, जिस राह से शोभायात्रा गुजरती उस ओर प्रभु की भक्ति के रंग बिखर जाते। प्रभु के जयघोषों से गांधी नगर में भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा था। शाम होते-होते जनकपुरी रंग-बिरंगी रोशनी में नहाने लगी। हर घर पर लाइटें ऐसे झिलमिला रही थीं, मानों दीपावली का त्योहार हो।

मंच पर हुई मनमोहक प्रस्तुतियां

जनकमंच पर मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों ने श्रद्धा, भक्ति के इस उत्सव में चार चांद लगा दिए। बरसाने की होली को दर्शाते हुए नृत्य में बृज की संस्कृति झलकी, तो वहीं फूलों की होली से वातावरण सुंगधित हो उठा, इसके बाद अप्सरा नृत्य की प्रस्तुति में मानो ऐसा लगा, कि स्वर्ग से उतरी अप्सराएं प्रभु के विवाह उत्सव में मगन हो गई हैं।

Posted By: Inextlive