- भाजपा नेताओं की पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से नोकझोंक

-मुआवजा और पट्टे की जमीन का आश्वासन मिलने पर उठने दिया शव

- बंद रहा बाजार, कफ्र्यू जैसे हालात के बीच पसरा रहा सन्नाटा

-मृतक के पुत्र ने दी चार अज्ञात के खिलाफ तहरीर

मवाना : कस्बा फलावदा में बुधवार सुबह उस समय माहौल गरमा गया, जब खेत पर पानी देने गये किसान की अज्ञात बदमाशों ने फावडे़ से काटकर हत्या कर दी। सूचना पर भाजपा नेता और व्यापारियों ने बाजार बंद की घोषणा कर थाना घेर लिया। एडीएम प्रशासन और एसपी देहात से भाजपा नेताओं और व्यापारियों की जमकर नोकझोंक हुई। व्यापारियों ने मृतक परिवार को दस लाख रुपए और पट्टे की जमीन देने के आश्वासन के बाद ही शव उठने दिया। तनाव के चलते कस्बे में आरआरएफ समेत कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है। मृतक के छोटे बेटे ने चार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ तहरीर दी है।

चारपाई पर था शव

जानकारी के मुताबिक मृतक तोताराम सैनी (52) पुत्र सुमेर सैनी मोहल्ला पड़ाव पट्टी निवासी ने भोला श्मशान रोड के समीप मोहम्मद ऊबेस का खेत ठेके पर लेकर भिंडी की फसल में पानी देने मंगलवार शाम गया था। रात में उसका छोटा बेटा विपिन खाना देकर आया था। बुधवार सुबह ऊबेस का पुत्र चाय लेकर खेत पर पहुंचा तो तोताराम का खून से लथपथ शव चारपाई पर पड़ा था। उसने तोताराम के घर वारदात करी सूचना दी। सूचना के तीन घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस का हुआ विरोध

सूचना पर चेयरपर्सन पुत्र सैय्यद मोहम्मद इशा भी थाने पहुंचे। दूसरी ओर जिला उपाध्यक्ष दिनेश खटीक के नेतृत्व में संदीप प्रधान, भाजयुमो नगर अध्यक्ष विकास पाल के अलावा सैनी समाज के सैकड़ों लोग बाजार बंद कर घटना स्थल पर पहुंच और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने शव उठाने का प्रयास किया, मगर गुस्साए लोगों ने शव उठने नही दिया और उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे।

कस्बा छावनी में तब्दील

तनाव बढ़ता देख इंचौली, मवाना, समेत कई थानों की पुलिस के अलावा आरआरएफ ने कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया। दिन भर बाजार बंद रहने से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। एसपी देहात एमएम बेग, एडीएम ई, एसडीएम सरधना शिव कुमार, सीओ मवाना बले सिंह, सरधना तहसीलदार महेंद्र बहादुर सिंह आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे।

अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस

अधिकारियों के पहुंचते ही लोगों का गुस्सा एसओ के खिलाफ फूट पड़ा। गुस्साए लोगों ने एसओ को हटाने, मृतक के परिजनों को दस लाख का मुआवजा व जमीन का पट्टा व मृतक के पुत्र को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग की। इस दौरान भाजपा और व्यापारी नेताओं की एडीएम और एसपी देहात से नोकझोंक हुई। करीब पौने 11 बजे एडीएम ने दस लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष और पट्टे की जमीन दिलाने का आश्वासन दिया। जिस पर लोग शांत हुए और उसके बाद ही शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। घटना स्थल से खून में सनी ईट व फावड़ा बरामद हुआ। मृतक के बेटे विपिन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली।

एसओ के प्रति उगला जहर

फलावदा क्षेत्र में आए दिन हो रही घटनाओं से क्षुब्ध व्यापारियों ने एक एक कर घटनाओं में एसओ के खेल करने का चिट्ठा जब एसपी देहात और एडीएम के सामने किया तो वे हैरान परेशान दिखे। आरोप तो यहां तक लगा कि एसओ ने चोरी गये सरकारी सामान के साथ चोर को पकड़ा और दोनों को ही सेटिंग कर थाने से छोड़ दिया था। इतना ही नही उनके कार्यकाल में हुई तमाम लूट, चोरी समेत कई दर्जन घटनाओं में से किसी का भी खुलासा नही हो पाया है। व्यापारियों ने उन्हें तत्काल हटाने की मांग की।

बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल

तोताराम के दो लड़के सचिन, विपिन और दो पुत्री अंजू व राखी है। सभी अविवाहित है। सभी पिता के साथ खेत में हाथ बटवाते थे। पिता की मौत के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। हालांकि पत्‍‌नी गीता बार बार बेहोश हो रही है।

गश्त के नाम पर उगाही

रात में पुलिस गश्त के नाम पर उगाही तो करती है, मगर कस्बे में गश्त करना गवारा नहीं करती। व्यापारियों ने कहा कि चार दिन पूर्व रात को 12 बजे सिपाही आए और सुबह तीन बजे तक एक दुकान पर सो कर चले गए। कस्बे की सुरक्षा भगवान भरोसे है। इस पर एसपी देहात ने सीओ को गश्त चेक करने के निर्देश दिये।

जांच करा रहूं : एसपी देहात

व्यापारियों की बात सुनकर एसपी देहात कैप्टन एमएम बेग ने कहा कि कई शिकायत उनके संज्ञान में हैं, जो बहुत गंभीर मामले हैं। इनकी जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा।

फ्लेग मार्च निकाला

फलावदा में तनाव को देखते हुए अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ फ्लेग मार्च किया गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। कस्बे में पूरी तरह कफ्र्यू जैसे हालात रहे।

घटना के खुलासे की मांग

व्यापारियों की मीटिंग में कस्बे में हो रही घटनाओं के प्रति रोष जताया। टीकम सिंह के आवास पर हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कस्बे में आए दिन वारदात हो रही है, जिन्हें रोकने में पुलिस नाकाम है। बैठक में किशोरी को शीघ्र बरामद करने, तोताराम के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए एडीएम और एसपी देहात को ज्ञापन सौंपा। बैठक में लाला अश्वनी बिश्नोई, अजय शर्मा, अनुज सैनी, कृष्ण गोपाल, राजकुमार, पंकज, पारस गर्ग, लाला राजेंद्र, मनोज रस्तौगी, नितिन, निपुण चौहान रहे।

जल्द होगा पट्टा आवंटन

एसडीएम सरधना शिव कुमार ने नगर पंचायत कर्मचारियों को बुलाकर पट्टे की जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। इस पर चेयरपर्सन पुत्र इशा ने बताया कि उन्होंने पट्टे की जमीन के कागजात तैयार करा दिये है। शीघ्र ही मृतक की पत्‍‌नी को पट्टा एसडीएम से मिलकर आवंटित करा दिया जाएगा।

दोनों घटना ही दुखद

एसपी देहात से जब व्यापारियों ने किशोरी की बरामदगी और हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की तो उन्होंने कहा कि में आपके जज्बात समझता हूं। दोनों घटना दुखद है। ईश्वर की कृपा रही तो जल्द ही दोनों घटनाओं का खुलासा कर दूंगा। मगर यकीन रखकर मुझे कर समय दे। इस पर व्यापारियों ने सहमति जताई तो उन्होंने मौके का फायदा उठाते हुए बाजार खुलवाने की बात भी रख दी। जिसे व्यापारियों ने सिरे से खारिज कर दिया।

Posted By: Inextlive