-600 किसान मुआवजे की मांग को लेकर कर रहे प्रदर्शन

-एनएचएआई के पीडी ने मीटिंग में खड़े कर दिए हाथ

बरेली- बड़ा बाईपास के किसानों के मुआवजे की समस्या का हल थर्सडे को भी नहीं निकल सका। कलेक्ट्रेट में एडीएम सिटी ऑफिस में एनएचएआई के परियोजना निदेशक की मौजूदगी में किसानों की समस्या का हल निकालने की कोशिश की गई, लेकिन परियोजना निदेशक ने हायर लेवल का मामला बताकर हाथ खड़े कर दिए। अधिकारियों ने किसानों की समस्याएं सुनीं और हायर लेवल पर हल निकालने का भी आश्वासन दिया। दो घंटे से अधिक चली मीटिंग का हल शून्य रहा। प्रशासन ने किसानों को हाइवे जाम न करने के लिए बोला है, लेकिन किसान अभी धरना जारी रखेंगे और पंचायत बुलाकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

2013 के सर्किल रेट से मिले मुआवजा

बता दें कि बड़ा बाईपास के करीब 600 किसान मुआवजा न मिलने से परेशान हैं। किसानों की मांग है कि उन्हें वर्ष 2013-14 के सर्किल रेट के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। प्रशासन की ओर से इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और शासन को भी रिपोर्ट तैयार करके भेजी जा चुकी है। 17 जनवरी को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी नितिन गडकरी को इस संबंध में पत्र लिखा लेकिन उसके बाद भी कोई जवाब न मिलने पर किसान धरने पर बैठ गए। 5 दिन धरने के बाद किसानों ने भूख हड़ताल की और फिर वेडनसडे को हाइवे पर लेटकर प्रदर्शन किया। इसके बाद अधिकारी मौके पर गए और किसानों से बात कर जाम खुलवाया। थर्सडे को कलेक्ट्रेट में मीटिंग बुलाई गई, लेकिन रिजल्ट कोई नहंी निकला।

पंचायत में लिया जाएगा निर्णय

किसानों की अगुवाई कर रहे किसान हरिनंदन पटेल का कहना है कि कलेक्ट्रेट में मीटिंग में कोई हल नहीं निकला। अब वह धरना आगे जारी रखेंगे। फ्राइडे से दो दिनों तक क्रमिक भूख हड़ताल की जाएगी। उसके बाद 3 फरवरी को किसानों के स्टेट और नेशनल लीडर को बुलाकर पंचायत की जाएगी। पंचायत में जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसके अनुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी।

फैक्ट्स एंड फीगर

-29 गांवों के किसान मुआवजा न मिलने से परेशान

-600 से अधिक किसानों को नहीं मिला मुआवजा

-2013-2014 के सर्किल रेट से मांग रहे मुआवजा

-99 करोड़ से अधिक बन रहा है मुआवजा

-60 हेक्टेयर से अधिक जमीन है किसानों की

किसानों की समस्या का हल निकालने के लिए मीटिंग बुलाई गई थी। एनएचएआई के परियोजना निदेशक को भी बुलाया गया था। किसानों ने धरना जारी रखने की बात कही है। हल निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।

ओपी वर्मा, एडीएम सिटी

Posted By: Inextlive