RANCHI: हवा-पानी में लहराएंगे पौधे, फूल-सब्जी की होगी खेती। जी हां, गुरुनानक सीनियर सेकेंड्री स्कूल में मंगलवार को शुरू हुए तीन दिनी रीजनल सीबीएसई साइंस एग्जीबिशन में खेती की इस नई तकनीक का मॉडल पेश किया गया है। विवेकानंद सेंट्रल स्कूल धनबाद की नाइंथ क्लास के आशुतोष व सुमित ने हाइड्रोपोनिक्स व एयरोपोनिक्स के नाम से विकसित इन दो मॉडलों में बिना मिट्टी की खेती की तकनीक दिखाई है। दोनों ने बताया कि मिट्टी के संपर्क में आए बिना ही इन पौधों की जड़ें हवा और पानी से पोषक तत्व ग्रहण करेंगी। दो महीने में इन पौधों से फूल व सब्जी प्राप्त होंगे।

शीशे के गमले में होगी खेती

आशुतोष व सुमित ने बताया कि इस अनोखी खेती के लिए शीशा के आयताकार बॉक्स को गमले का रूप दिया गया है। इसके ऊपरी सतह पर चांदी के वर्क की परत चढ़ाई गई है। वहां छोटे-छोटे होल कर पौधों की रोपनी की गई है। खास बात यह है कि शीशे के इस गमले के अंदर मिट्टी नहीं भरी गई है। हाइड्रोपोनिक्स वाले गमले में पौधे का जड़ पानी के अंदर मौजूद रहेगा और वहीं से पोषक तत्व ग्रहण करेगा। जबकि एयरोपोनिक्स वाले गमले में एयर स्प्रे के जरिए पौधों की जड़ों तक न्यूट्रीशन पहुंचाया जाएगा। हवा में लहराते इन पौधों से टमाटर, बैंगन, गेंदा, गुलदाउदी आदि तमाम तरह की सब्जी और फूलों की खेती होगी।

प्लास्टिक पाइप से पानी व पोषक तत्व

शीशे से बने इन मॉडल को विकसित करने के लिए इंटीग्रेटेड सर्किट(आइसी भ्भ्भ्) और वाटर पंप की सहायता ली गई है। प्लास्टिक पाइप के जरिए पौधों तक पानी और आवश्यक पोषक तत्व पहुंचाए जाते हैं। चांदी के वर्क लगे शीशे के चकोर बॉक्स में प्लांटेशन किया गया है। इसके लिए सिल्वरकोटेड वर्क का सतह बनाया गया है। पौधों की जड़ को बॉक्स के अंदर और तने, पत्तियों को बाहर रखा जाता है। प्लास्टिक पाइप के जरिए पौधों की जड़ों तक पानी और न्यूट्रिशन को स्प्रे किया जाता है। मॉडल बनाने वाली टीम में शामिल छात्रों का कहना है कि इससे उत्पादन दोगुना होगा और सतह से ऊपर भी फसलों का उत्पादन संभव है।

तीन दिन चलेगा सीबीएसई रिजनल साइंस एग्जीबिशन

गुरुनानक सीनियर सेकेंड्री स्कूल में तीन दिनी रीजनल लेवल सीबीएसई साइंस एग्जीबिशन का उद्घाटन डीईओ राजकुमार सिंह ने किया। प्रोग्राम की शुरुआत शबद गायन कोई बोले राम राम से हुई। इस साइंस एग्जीबिशन में झारखंड के सीबीएसई एफिलिएटेड ख्क् स्कूलों की टीमों ने फ्फ् मॉडल प्रस्तुत किए हैं। इनमें हेल्थ न्यूट्रीशन एंड क्लीननेस, डिजास्टर मैनेजमेंट, इंडस्ट्री, रिसोर्स मैनेजमेंट, एग्रिकल्चर, मैथेमेटिकल फॉर क्वालिटी लाइफ आदि तमाम विषयों के मॉडल शामिल हैं। पहले दिन स्कूल मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लाली, वाइस प्रेसिडेंट एसके सिंह होरा, सेक्रेट्री एस इंद्रजीत सिंह, ज्वाइंट सेक्रेट्री एस परमजीत सिंह, प्रो डॉ हरविंदरवीर सिंह, एसएस सिंह, प्रिंसिपल डॉ मनोहर लाल, वाइस प्रिंसिपल कुलवंत कौर, हेडमिस्ट्रेस शालिनी विजय, हरप्रीत कौर आदि तमाम लोगों ने मॉडलों को देखा और प्रतिभा की प्रशंसा की। सोनिया कौर ने एग्जीबिशन को को-ऑर्डिनेट किया। जबकि ज्यूरी टीम में डॉ ए कपूर, डॉ सुमिता मिश्रा, डॉ एसी पांडेय, कुसुम कुमारी, आरआर उपासनी, डॉ केसी प्रसाद ज्यूरी मेंबर में शामिल हैं। ज्यूरी टीम ने विभिन्न मॉडलों का अवलोकन भी किया है। प्रतिभागियों से सवाल जवाब भी किए गए।

Posted By: Inextlive