-नौ अखाड़ों की छावनी में लगाई गई है वेंडिंग मशीन

-मेला एरिया को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कर रहे पब्लिक को अवेयर

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dhruva.shakar@inext.coin

PRAYAGRAJ: यूनेस्को से कुंभ मेला को अमृर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किए जाने के बाद उसकी दिव्यता और भव्यता को चरितार्थ करने का प्रयास किया जा रहा है। खासतौर से मेला एरिया को स्वच्छ बनाने और पर्यावरण संरक्षण को लेकर। इसके लिए मेला एरिया के सेक्टर सोलह में स्थित अखाड़ों की छावनी में जनमानस को जागरूक किया जा रहा है। वह भी टी-वेंडिंग मशीन के जरिए। जी हां, यह कोई ऐसी-वैसी मशीन नहीं है बल्कि इस तरह की मशीन है कि मशीन में छोटा-छोटा कचरा डालते ही आपको उसमें से एक कप चाय मिल जाएगी। यह सुविधा नि.शुल्क दी जा रही है।

बसंत पंचमी तक मिलेगी सुविधा

कुंभ मेला के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा व अटल अखाड़ा सहित कुल नौ अखाड़ों की छावनी में नौ टी वेंडिंग मशीन लगाई गई है। मशीन के जरिए सुबह नौ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कचरा लाओ, चाय पाओ की सुविधा आम जनमानस और संत-महात्माओं को दी जा रही है। यह सुविधा तीसरे प्रमुख व अंतिम शाही स्नान पर्व बसंत पंचमी तक यानि दस फरवरी तक अखाड़ों में दी जाएगी। इसके बाद संगम नोज के आसपास कॉफी मशीन लगाई जाएगी।

जितनी बार डालेंगे उतनी चाय

अखाड़ों की छावनी में जब से मशीन लगाई गई है उसका असर भी दिखने लगा है। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में मशीन लगाने वाले अंकित तिवारी ने बताया कि शुरू में एक-दो दिन तक मशीन में कचरा डालने को लेकर लोगों को बहुत समझाना पड़ता था। अब लोग सड़क पर पड़े कूड़े-कचरे को भी उठाकर यहां ले आते हैं और चाय पीकर जाते हैं।

समाज को प्लास्टिक और कूड़ा-कचरा से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने संपर्क किया तो यह प्रस्ताव अच्छा लगा। इसलिए अखाड़ों में टी वेंडिंग मशीन लगाने की अनुमति दी गई है। इससे कम से कम चाय पीने के बहाने ही जनमानस की सोच पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में और अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखने के तौर तरीकों पर आगे चलकर असर पड़ ही सकता है।

-श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि,

अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद

Posted By: Inextlive