शासन को खुश करने में हजारों स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़
- यूनिवर्सिटी का कमाल, प्रैक्टिकल के मार्क्स नदारद
- जल्दबाजी में आधे-अधूरे रिजल्ट घोषित कर रही है सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, हजारों स्टूडेंट्स के रिजल्ट दिखा रहा इन्कंपलीट -भीषण गर्मी में कॉलेज और यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं छात्र, कागजों में टाइम पर रिजल्ट घोषित करने का चल रहा खेले kanpur@inext.co.in KANPUR: शासन को खुश करने के लिए सीएसजेएम यूनिवर्सिटी हजारों स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. कागजों पर दिखाने के लिए तो रिजल्ट घोषित किए जा रहे हैं लेकिन आधे-अधूरे. जिन कॉलेजों के रिजल्ट घोषित भी हो रहे हैं उनके में भारी गलतियां हैं. हजारों स्टूडेंट्स का रिजल्ट इन्कंपलीट शो कर रहा है. जिसकी वजह से भीषण गर्मी में स्टूडेंट्स कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है. मंडे को इन्कंपलीट रिजल्ट वाले सैकड़ों छात्र कॉलेज से अप्लीकेशन वेरीफाई करवाकर यूनिवर्सिटी में परीक्षा नियंत्रक के पास पहुंचे.फाइनल इयर वाले सबसे ज्यादा परेशान
इस बार यूनिवर्सिटी ने फरवरी के फर्स्ट वीक में ही फाइनल एग्जाम शुरू करा दिए थे, जिससे समय पर कॉपी चेक हो जाएं और रिजल्ट घोषित कर दिया जाए. इसके बाद भी रिजल्ट को लेकर अफरातफरी मची हुई है. करीब 50 परसेंट डिग्री कॉलेजों का रिजल्ट अब तक घोषित नहीं किया गया है. सबसे ज्यादा परेशानी बीए व बीएससी फाइनल इयर के स्टूडेंट्स को है. करीब 70 परसेंट परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुआ हैं. जिसकी वजह से उन्हें हायर स्टडीज के लिए एडमिशन लेने में परेशानी हो रही है.
छात्र बने फुटबॉल स्टूडेंट्स की परेशानी यह है कि ज्यादातर कॉलेजों में समर वैकेशन चल रहा है. जिसकी वजह से जिन स्टूडेंट्स का रिजल्ट इन्कंपलीट है वह कॉलेजों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन वहां उनकी कोई सुनने वाला नहीं है. मजबूर होकर स्टूडेंट्स विवि में परीक्षा नियंत्रक के पास दस्तक दे रहे हैं. वहां से कॉलेज से वेरीफाई करवाकर लाने को कहा जा रहा. ऐसे में स्टूडेंट्स कॉलेज व यूनिवर्सिटी के बीच फुटबाल बन गए हैं. बॉक्स कागज पर पूरा, हकीकत में अधूारारिजल्ट इन्कंपलीट होने को लेकर यूनिवर्सिटी का कहना है कि बहुत से कॉलेजों ने प्रैक्टिकल के मार्क्स नहीं भेजे हैं जिसकी वजह से रिजल्ट फंसे हुए हैं या घोषित होने पर इन्कंपलीट शो कर रहा है. जबकि पिछले दिनों ने ज्यादातर कॉलेजों के प्रैक्टिकल मार्क्स यूनिवर्सिटी की ऑलमारियों में ही कैद पाए गए थे. यूनिवर्सिटी रिजल्ट में देरी का दोष कॉलेजों के मत्थे ही मढ़ रही है. वहीं रिजल्ट में देरी न करने के गवर्नर के सख्त आदेश के चलते यूनिवर्सिटी जल्दबाजी में आधे-अधूरे रिजल्ट घोषित कर रही है.जिससे कागजों पर रिजल्ट घोषित कर दिए जाने की रिपोर्ट भेजी जा सके.
---------------------------------------- इतने कॉलेजों का रिजल्ट घोषित नहीं बीए पार्ट वन 323 कॉलेज बीए पार्ट टू 361 कॉलेज बीए पार्ट थ्री 376 कॉलेज वर्जन ऐसा पहली बार मेरी जानकारी में हो रहा है कि स्टूडेंट्स को आधा अधूरा परीक्षा परिणाम दिया जा रहा है. इसके पहले कभी ऐसा रिजल्ट नहीं आया है. यूनिवर्सिटी के सिस्टम में कहीं न कहीं कोई प्रॉब्लम तो जरूर है. हमारे कॉलेज के सैकड़ों स्टूडेंट्स का रिजल्ट रुका हुआ है. जिससे स्टूडेंट्स परेशान हैं. प्रो. अमित कुमार श्रीवास्तव, प्रिंसिपल डीएवी कॉलेज वर्जन जिस तरह से रिजल्ट घोषित किया गया है वह हतप्रभ कर देने वाला है. बीए व बीएससी फाइनल व सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स का रिजल्ट सबसे ज्यादा प्रभावित है. स्टूडेंट्स लगातार फोन करके अपनी प्रॉब्लम शेयर कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी में उनकी कोई सुनने वाला नही है. स्टूडेंट्स भटक रहे हैं. प्रो इन्द्रजीत सिंह, प्रिंसिपल पीपीएन कॉलेज ----------------बीते चंद दिनों में काफी कॉलेजों के रिजल्ट घोषित कर दिए गए हैं. हमारी कोशिश है कि इस वीक के लास्ट तक सभी स्टूडेंट्स का रिजल्ट घोषित कर दिया जाए ताकि छात्रों को परेशानी न उठानी पड़े. करीब 56 कॉलेजों ने प्रैक्टिकल मार्क्स नहीं भेजें है वह हरहाल में दो दिन में मार्क्स भेज दें ताकि छात्रों का रिजल्ट घोषित किया जा सके.
डॉ. अनिल यादव, परीक्षा नियंत्रक सीएसजेएमयू बॉक्स.. रिजल्ट की प्रब्लम को लेकर मौन व्रत शुरू सीएसजेएमयू के रिजल्ट सिस्टम से परेशान होकर यूपी सेल्फ फाइनेंस कॉलेज एसोसिएशन के प्रेसीडेंट विनय त्रिवेदी ने सोमवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में मौन व्रत रखकर अपना प्रोटेस्ट शुरू कर दिया. इसके बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल यादव को लिखित में अपना पक्ष रखा. परीक्षा नियंत्रक ने भरोसा दिलाया कि एक वीक में परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. इसके बार प्रेसीडेंट ने अपना मौनव्रत समाप्त किया.