- सोते-सोते मौत ने मार दिया झपट्टा

- नौबस्ता हमीरपुर रोड पर चावल लदा ट्रक फुटपाथ किनारे सो रहे पिता और दो बेटों के ऊपर पलटा, तीनों की दबकर मौत

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KANPUR : मौत कब और कहां से दस्तक देगी, कोई नहीं जान सकता. कुछ ऐसा ही मंगलवार सुबह नौबस्ता में सिक्योरिटी गार्ड रिंकू और उसके दो बेटों के साथ हुआ. तीनों गर्मी की वजह से घर के बाहर पत्थर पर सो रहे थे. तभी चावल की बोरियों से लदा ट्रक पहिया धंसने से डिसबैलेंस होकर उनके ऊपर पलट गया. बोरियों के नीचे दम घुटने से ही उनकी मौत हो गई.

पहिया धंसने से पलटा ट्रक

नौबस्ता हमीरपुर रोड निवासी रिंकू तिवारी (35) सिक्योरिटी गार्ड थे. रिंकू के परिवार में पत्नी अठाना, तीन बेटे अभिषेक (15), लक्ष्मी नारायण (5) और बउवा थे. जिसमें बउवा दिव्यांग है. गर्मी होने की वजह से रात को रिंकू खाना खाने के बाद परिवार के साथ घर के बाहर नाले के ऊपर पत्थर पर मच्छरदानी लगाकर सो गया था. सुबह हमीरपुर की ओर से आ रहे चावल से लदे ट्रक को ड्राइवर नाले के किनारे खड़ा कर रहा था. तभी पहिया नाले में चले जाने से ट्रक पलट गया. रिंकू और उसके बेटे अभिषेक व लक्ष्मी नारायण बोरियों की चपेट में आ गए. शोर शराबे को सुनकर थोड़ी दूरी पर सो रही अठाना की भी नींद खुल गई. पति और बच्चों को बोरियों के नीचे दबा देख वह शोर मचाने लगी. इलाकाई लोगों ने वहां पहुंचकर बोरियों को हटाकर जब तक तीनों को बाहर निकाला, उनकी सांसें टूट चुकी थीं.

बाल-बाल बच गए भतीजे

रिंकू के बगल में उसके दो भतीजे आकाश और गोविंद ठेले पर मच्छरदानी लगाकर सो रहे थे. ट्रक के पलटने से उसका किनारा ठेले पर लग गया. जिससे ठेला आगे बढ़ गया और दोनों भतीजे बाल बाल बच गए. पति और दो बेटों की मौत से रिंकू की पत्नी बदहवास हो गई. वह बार-बार बोल रही थी, अब मैं जी के क्या करूंगी.

घटिया निर्माण बना हादसे की वजह

हमीरपुर सागर मार्ग लेन के दोनों ओर नाला निर्माण कराया गया था. नाले के ऊपर सीमेंटेड स्लैब डाली जानी चाहिए थी लेकिन कमीशनबाजी के चलते पुरानी ईंट की पट्टिया लगा दी गई हैं. जिससे अक्सर नाला धंसने की शिकायत आती है.

Posted By: Manoj Khare