Meerut : खराब मूड को ठीक करने की चाभी फूड के पास है. ऐसे बहुत सारे फूड हैं जिसे खाने से फील गुड फैक्टर एक्टिव होता है और आपका मूड भी अच्छा हो जाता है. कई स्टडीज भी इस बात को प्रूव कर चुकी हैं कि फूड आपके मूड को बेहतर बनाता है.


फूड और उसका कलरसीनियर डाइटिशियन संध्या पांडे का कहना है कि फील गुड फैक्टर बनाए रखने के लिए आपको फ्रूट्स और वेजिटेबल्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। ये विटामिन से भरपूर होते हैं। इसके अलावा अपनी डाइट में कलरफुल वेजिटेबल्स को प्राथमिकता दें। वहीं वालनट्स और ऑमंड्स में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, इसलिए इन्हें भी तवच्जो दें।प्रोटीन रखे एलर्ट


प्रोटीन के अंदर ट्रिप्टोफैन होता है, यह एमिनो ऐसिड ब्रेन में जाकर सिरोटोनिन में कन्वर्ट हो जाता है। सिरोटोनिन ऐसा केमिकल है जो सूदिंग इफेक्ट वाला है। इसके अलावा प्रोटीन में मौजूद एक और एमिनो ऐसिड टिरोजीन ब्रेन के लिए जरूरी है। क्योंकि यह न्यूरोट्रांसमीटर्स डोपामीन, नोरेपाइनफ्रिन और एपीनेफ्रीन के प्रॉडक्शन को बढ़ा देता है। ये सभी मिलकर मेंटल एलर्टनेस को प्रमोट करते हैं और बॉडी के एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं। इसके लिए फिश, पॉल्ट्री, मीट और एग्स से 50-60 ग्राम प्रोटीन मिलना चाहिए। अगर आप वेजिटेरियन हैं तो नट्स, सोया प्रॉडक्ट्स और डेयरी प्रॉडक्ट्स अच्छी मात्रा में हर रोज लेना चाहिए।कार्बोहाइड्रेट को न करें इग्नोर

मोटापे के डर से भले ही आप काब्र्स को अपनी डाइट में कम से कम शामिल करते हों लेकिन इनका महत्व भी आपके मूड अपलिफ्ट करने में कम नहीं। विशेषज्ञों की मानें तो कुछ प्रोटीन तब ही अपनी ड्यूटी पूरी कर पाते हैं, जब उन्हें काब्र्स का साथ मिलता है। इसके लिए ब्राउन राइस, पास्ता और होलग्रेन ब्रेड जैसे कॉम्प्लेक्स काब्र्स लें।ब्रेन को चाहिए फैट्सफैट्स के मायने केवल मोटापा नहीं इसलिए डाइट से फैट्स को हटाने की गलती न करें। ओमेगा 3 फैटी फिशेज में हैपीनेस के एलिमेंट खूब होते हैं। जबकि वेजी डायट में आप वालनट, सीसेम, फ्लैक्सीड जैसे प्लांट सोसेर्ज ले सकते हैं.नो स्किप चाहे कितनी भी हड़बड़ी हो, अपने ब्रेकफस्ट या लंच को स्किप न करें। दरअसल, इससे आपकी बॉडी कमजोर होने लगती है और हाईपरग्लाईसीमिया होने की आशंका रहती है। बकौल डॉ। वंदना आपका ब्रेकफस्ट न तो ज्यादा भारी होना चाहिए और न ही तला-भुना। असल में ऐसी डायट को पचने में ज्यादा समय लगता है और आप तरोताजा महसूस नहीं करते। जब मूड खराब हो तो उस समय जंक फूड से दूरी बना ली जाए तो बेहतर होगा।विटामिन

विटामिन सी सिरोटोनिन के प्रॉडक्शन में खास रोल प्ले करता है जो मूड एलिवेटर है। विटामिन सी के लिए आप ऑरेंज, लेमन और अंगूर ले सकते हैं। मेंटल हेल्थ बनाए रखने में विटामिन बी का भी खास रोल है। इनकी कमी से डिप्रेशन के हालात भी बन सकते हैं। यही नहीं इनका लेवल गिरने से पुअर मेमोरी की भी प्रॉब्लम हो सकती है। इनके लिए आप सूखे हुए बींस और मटर ले सकते हैं। इसके अलावा, ब्रोकोली, स्पिनैक, भिंडी, एग योक और चिकन को अपनी डायट में शामिल करें।मूड-बूस्टिंग फ्रूट्स बनाना और ऐपल में मूड-बूस्टिंग एलिमेंट भरपूर होते हैं। अक्सर आपने स्पोर्ट पर्सन्स को केले खाते हुए देखा होगा। एक्सपट्र्स का कहना है कि केले में ऐसे न्यूरोट्रांसमीटर्स होते हैं, जिनसे खुशी मिलती है। इसके अलावा यह पोटेशियम में भी रिच होता है। इससे नव्र्स की फंक्शन बेहतर रहती है। इसमें नेचुरल शुगर भी मौजूद होता है, जो ब्लडस्ट्रीम में फटाफट रिलीज हो जाता है। इस प्रोसेस से आप एनर्जेटिक फील करते हैं। यही नहीं केले में बेहतर क्वालिटी के काब्र्स भी होते हैं। इसलिए केले को अपनी डायट में जरूर शामिल करें। वहीं ऐपल में फ्रक्टोज की नेचुरल मिठास होती है। यह सिंपल शुगर और फाइबर मूड को बढिय़ा बनाए रखते हैं। इन सबके अलावा, ग्रीन टी या हर्बल टी भी बेहद फायदेमंद हैं।नहीं होगी थकान
रिसर्च बताते हैं कि ब्रेन में सेलेनियम का लेवल लो होने से डिप्रेशन, एंग्जाइटी और थकान की सिचुएशन बन सकती है। यह एंटी-ऑक्सिडेंट की तरह भी काम करता है और कैंसर से लडऩे में भी मदद करता है। सेलेनियम के लिए डायट में सनफ्लावर सीड्स, होलग्रेन सीरीएल्स, एग्स और डेयरी प्रॉडक्ट्स को शामिल कर सकते हैं। "आप जो फूड खा रहे हैं उसका मूड पर काफी असर होता है। इनमें से कुछ फूड में ये क्वालिटी होती है कि उसे खाकर आपका मूड अच्छा रहे."-डॉ। भावना गांधी, डाइटीशियन

Posted By: Inextlive