रुटीन चेकअप के लिए ड्रिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लाई गई थीं छह से अधिक महिला मनोरोगी

>BAREILLY :

जिला मानसिक हॉस्पिटल की छह से अधिक महिला मानोरोगियों के साथ ट्यूजडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कुछ ऐसा हुआ कि किसी का भी सिर शर्म से झुक जाए। जिला मानसिक चिकित्सालय से 6 से अधिकमहिला मनोरोगी जिला हॉस्पिटल चेकअप के लिए लाई गई थीं। यहां इनका यूरिन सैंपल पुरुष टॉयलेट में लिया गया, जिसके ऊपर छत तक नहीं थीं।

जिला मनोरोग हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ। सीपी मल्ल का कहना है कि उनके कर्मचारी ही छह से अधिक महिला मनोरोगियों को रुटीन चेकअप के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लेकर गए थे।

यहां चेकअप और एक्सरे के बाद डॉक्टर ने इन्हें यूरिन टेस्ट के लिए कहा। यूरिन सैंपल लेने के लिए मनोरोग हॉस्पिटल के कर्मचारी इन्हें जिला हॉस्पिटल में बने रैन बसेरे के पुरुष टॉयलेट की ओर ले गए। सभी महिला मानसिक रोगी एक-एक कर टॉयलेट में गई और यूरिन सैंपल लेकर बाहर आई।

आसपास हैं कई ऊंची इमारतें जहां से साफ दिखता है टॉयलेट

जिस ऊपर से खुले हुए पुरुष टॉयलेट में मानसिक रूप से कमजोर महिलाओं को सैंपल के लिए भेजा गया था, उसके आसपास रैनबसेरे ओपीडी, पुरुष वार्ड की नई बिल्डिंग, और इमरजेंसी वार्ड की छत हैं। इन जगहों से यह टॉयलेट साफ दिखता है।

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महिला मनोरोगियों को हमारे हॉस्पिटल में वहीं के कर्मचारी लेकर आए थे। जिला हॉस्पिटल में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट हैं। इसके बाद भी कोई पुरुष टॉयलेट में महिलाओं को ले जाता है तो यह उसकी गलती है।

डॉ। केएस गुप्ता, एडीएसआईसी

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Posted By: Inextlive