-डीएम के औचक निरीक्षण में लापरवाही का खुलासा

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आंवला: बुखार से लोगों की जानें जा रही हैं, तो वहीं रूरल एरियाज के डॉक्टर्स छुट्टियां मना रहे हैं। बुखार को लेकर जारी अलर्ट के चलते संडे को भी ओपीडी ओपन रखने के निर्देश सीएमओ ने जारी किए थे। अफसोस, मझगवां सीएचसी के डॉक्टर्स ने आदेश को नजरअंदाज कर गायब हो गए। इनकी लापरवाही की पोल भी न खुलती। डीएम ने औचक निरीक्षण किया, जिसमें दो डॉक्टर और फॉर्मासिस्ट समेत कुल 10 लोग अब्सेंट मिले। डीएम ने इन्हें जवाब-तलब कर लिया है।

जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह संडे को 11 बजे मझगवां सीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो यहां पर दो डाक्टरों सहित 10 लोग गैरहाजिर मिले। डीएम ने इस पर नाराजगी जाहिर की तथा उन्होंने गैर हाजिर मिली डा। पायल अरोड़ा, डा। जोनिका कटियार, डा। सुशील कुमार, डा। माहेश्वरी, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक राधेश्याम माथुर, रामपाल सिंह, बाबूराम शर्मा व फॉर्मासिस्ट श्रीराम सहित दस लोगों की अनुपस्थिति दर्ज करते हुआ उनका स्पष्टीकरण मांगा है।

झोलाछाप से इलाज जानलेवा

डीएम के मुआयना के दौरान सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डा। वैभव राठौर ने बताया कि जिन गांवों में बुखार से मौतें हो रही हैं, उन मरीजों को परिजन झोलछाप डॉक्टर्स से दिखा रहे थे। उन्होंने जानकारी दी कि सीएचसी पर पिछले दिनों 8 सौ तक मरीज आ रहे थे अब इनकी संख्या कम हुई है, रविवार को यहां 54 मरीज आए थे। सीएचसी पर तैनात एलटी पंकज साहनी ने बताया कि उन्होंने आज 18 खून के नमूनों की जांच की, जिसमें मलेरिया की पुष्टि हुई है,

रामनगर पीएचसी गए डीएम

जिलाधिकारी ने मझगवां के बाद रामनगर पीएचसी का दौरा किया उन्होनें यहां पर भर्ती मरीजों से बात की तथा उनकों कहा कि स्वच्छता से रहकर बुखार से निपटा जा सकता है सभी लोग गांव में सफाई रखें तथा डाक्टरों द्वारा बताई गई सावधानियां रखें, डा। अजय ने उन्हें अवगत कराया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की जांच की जा रही है तथा उन्हें जरूरत पडने पर भर्ती भी किया जा रहा है दवाइयों की कोई कमी नहीं है अब तक 27 ग्रामों में कैम्प लगाए जा चुके हैं

लखनऊ की टीम फिर पहुंची बेहटाबुजुर्ग

विशारतगंज: बुखार से लगातार हो रही मौतों की सूचना पर संयुक्त निदेशक लखनऊ डा। एके शर्मा के नेतृत्व में आई टीम ने ग्राम बेहटाबुजुर्ग का निरीक्षण किया तथा पिछले दिनों बुखार से मृत आछू यादव, मोर सिंह, शब्बन खां, आशिक, पूरन देई व चम्पा के परिवार वालों से भेंट करके मृत्यु की वजह की जानकारी ली ग्रामीणों ने बताया कि बुखार के कारण ही गांव में अब तक एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी गांव में प्रत्येक घर में बुखार दस्तक दिए हुए है। डा। शर्मा ने लोगों से कहा कि बरसात के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इसके लिए जरूरी है कि सफाई व्यवस्था के लिए विशेष ध्यान दिया जाए लोग पूरे कपड़े पहने उन्होंने बताया कि अन्य स्थानों पर भी जांच की जाएगी ज्यादातर मामले मलेरिया से जुड़े मिले यहां पर लगाए गए स्वास्थ्य शिविर में 50 लोगों के खून के नमूने लिए गए, जिसमें एक ही परिवार के तीन तथा एक अन्य परिवार के 5 लोगों में मलेरिया की पुष्टि हुई, स्वास्थ्य टीम मे एन्टोमेलोजिस्ट डा। स्वदेश एसीएमओ डा। एसएस चौहान हैल्थ सुपरवाईजर, भगवान दास व ग्राम प्रधान मोजूद रहे।

आंवला के ग्राम गुलेली में बुखार से एक की मौत

आंवला: क्षेत्र में बुखार से होने वाली मौतों का सिलसिला रूक नहीं पा रहा है, पूरे क्षेत्र में बुखार से पीडि़तों की संख्या लगातार बढती जा रही है, रविवार को आंवला के ग्राम गुलेली में वेदराम-50 पुत्र तेजराम की मौत हो गई, वे पिछले तीन दिनों से बुखार से पीडित थे, पूरे गांव में दर्जनों लोग बुखार से पीडित है ज्ञातव्य हो आंवला तहसील क्षेत्र में अब तक 73 लोग बुखार का शिकार हो चुके है, स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के बाद भी बुखार अभी भी काबू में नहीं हैं।

Posted By: Inextlive