माध्यमिक शिक्षा निदेशालय अपने उन स्कूलों को बंद करने की तैयारी में है जिन स्कूलों में बीते कई सालों से छात्रों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है.

- निदेशालय ने प्रदेश के ऐसे सभी स्कूलों की रिपोर्ट तैयार की

- राजधानी की तीन स्कूलों पर संकट

- इन स्कूलों के शिक्षकों और छात्रों को दूसरे स्कूलों में किया जाएगा ट्रांसफर

स्कूलों को बंद करने की तैयारी
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LUCKNOW : माध्यमिक शिक्षा निदेशालय अपने उन स्कूलों को बंद करने की तैयारी में है, जिन स्कूलों में बीते कई सालों से छात्रों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है। वे स्कूल जहां छात्र संख्या 50 से कम है, वहां के स्टूडेंट्स का एडमिशन दूसरे स्कूल में कराया जाएगा साथ ही वहां तैनात शिक्षकों को भी अन्य स्कूलों में भेजा जाएगा। इसके लिए अपर शिक्षा निदेशक शिविर रूबी सिंह ने एक लेटर प्रदेश के सभी डीआईओएस को लिखा है। उन्होंने सभी डीआईओएस से पूछा है कि उनके जिलों में ऐसे कितने स्कूल हैं जहां छात्रों की संख्या 50 से कम है। इन स्कूलों की सूची शासन को भेजकर बंद कराने की संस्तुति की बात कही गई है।

प्रदेश के 80 स्कूलों पर संकट
अपर शिक्षा निदेशक के इस आदेश के बाद प्रदेश के करीब 80 स्कूलों पर बंद होने का खतरा मंडराना शुरू हो गया है। इन स्कूलों में करीब एक दशक से छात्र संख्या 50 से कम ही दर्ज की गई है। इसमें तीन स्कूल राजधानी के हैं। ऐसे में इन स्कूलों की शिक्षकों और छात्रों को दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा।

राजधानी के इन स्कूलों पर संकट
- श्री दिगम्बर जैन इंटर कॉलेज, चौक

- विशन नारायण इंटर कॉलेज, नवल किशोर रोड

- लाला भिखारी लाल लक्ष्मी देवी शिक्षा संस्थान, सरोजनीनगर

श्री दिगम्बर जैन इंटर कॉलेज: 25 स्टूडेंट
जैन समाज के उत्थान के लिए इस अल्पसंख्यक संस्थान के स्कूल की शुरुआत की गई थी। पिछले कुछ सालों से यहां छात्र संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली है। यू डायस पर उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार यहां 20-25 स्टूडेंट ही हैं। जबकि इस स्कूल में शिक्षकों और कर्मचारियों की कुल संख्या डेढ़ दर्जन से अधिक है। पिछले कई सालों से यह स्कूल फर्जी नियुक्तियों और प्रबंधन के विवाद चलते चर्चा में रहा है।

विशन नारायण इंटर कॉलेज: 15 स्टूडेंट
हजरतगंज की नवल किशोर रोड पर विशन नारायण इंटर कॉलेज कई वर्षो से चल रहा है। शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि करीब एक दशक से इस स्कूल का हाल काफी खराब है। यहां बीते कुछ सालों में औसतन करीब 15 से 20 स्टूडेंट्स का ही एडमिशन हो रहा है। जबकि यहां दस से ज्यादा शिक्षक हैं।

लाला भिखारी लाल लक्ष्मी देवी कन्या शिक्षा संस्थान: 40 स्टूडेंट
बंथरा स्थिति इस स्कूल में यू डायस पर उपलब्ध सूचना के हिसाब से करीब 39 से 40 बच्चे हैं। इस स्कूल की स्थापना 1975 में की गई थी। उस दौरान कई लोगों ने अपनी जमीनों को इस स्कूल के लिए दान किया था। कई वषरें तक यह स्कूल आसपास के क्षेत्र की बालिका को अच्छी शिक्षा देने के लिए जाना जाता रहा है।

Posted By: Inextlive