बीबीसी को जानकारी मिली है कि अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन फ़ीफ़ा के अध्यक्ष सेप ब्लैटर अपने रुख़ में बड़ा बदलाव लाते हुए महत्वपूर्ण कोर्ट दस्तावेज़ों को जारी करने की मांग कर सकते हैं.

माना जा रहा है कि इन दस्तावेज़ों के जारी होने से फ़ीफ़ा के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं, जिन्होंने घूस लिए थे। बीबीसी को मिली जानकारी के मुताबिक़ सेप ब्लैटर इस सप्ताह इन दस्तावेज़ों को जारी करने की मांग कर सकते है।

ये दस्तावेज़ आपराधिक जाँच से जुड़े हुए हैं, जो फ़ीफ़ा के पूर्व मार्केटिंग पार्टनर इंटरनेशनल स्पोर्ट एंड लीज़र (आईएसएल) के पतन से जुड़े हुए हैं।

नाम
ये मामला 1990 के दशक के शुरुआत का है। सेप ब्लैटर और फ़ीफ़ा ने इन दस्तावेज़ों को जारी करने की कोशिशों को बार-बार रोका है। माना जा रहा है कि इन दस्तावेज़ों में इसका ज़िक्र है कि आईएसएल ने फ़ीफ़ा के कई वरिष्ठ सदस्यों को आकर्षक टेलीविज़न और स्पांसरशिप राइट्स के बदले पैसे दिए थे।

फ़ीफ़ा पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद संगठन में सुधार के लिए काफ़ी दबाव है। माना जा रहा है कि ब्लैटर के अपने रुख़ से पलटने के पीछे भी यही वजह है। अभी तक फ़ायदा हासिल करने वाले अधिकारियों के नामों को गुप्त रखा गया है। लेकिन पिछले साल नवंबर में बीबीसी के एक कार्यक्रम में यह दावा किया गया था कि इनमें से दो लोगों में फ़ीफ़ा के पूर्व अध्यक्ष जोआओ हैवेलांज और उनके दामाद रिकार्डो टिज़िएरा है।

टिज़िएरा ब्राज़ील में वर्ष 2014 में होने वाले विश्व कप फ़ुटबॉल के आयोजन के प्रभारी हैं।

Posted By: Inextlive