फीफा वर्ल्ड कप 2018 में कुल 32 टीमें खेल रही हैं जिसमें कि आइसलैंड सबसे कम आबादी वाला देश है।


मेसी भी नहीं कर पाए इस देश के खिलाफ गोलकानपुर। फीफा वर्ल्ड कप 2018 को शुरु हुए लगभग 10 दिन हो गए। इस दौरान सबकी चहेती अर्जेंटीना की टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। उसकी वजह है बड़े-बड़े उलटफेर, जी हां लियोनेम मेसी जैसे स्टार खिलाड़ियों से सजी अर्जेंटीना को पहले आइसलैंड और फिर क्रोएशिया जैसी टीमों ने तगड़ा झटका दिया है। आइसलैंड वो देश है जिसके फीफा वर्ल्ड कप 2018 में खेलने पर ही संशय था। इसके बावजूद टीम क्वॉलीफाई करके आई और उसने अर्जेंटीना के साथ मैच ड्रा कराया। आइसलैंड का कांफिडेंस इस समय कितना बढ़ा है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने मैच में पेनाल्टी में भी मेसी को गोल नहीं करने दिया।99 प्रतिशत लोगों ने देखा ये मैच


बुधवार को हुए अर्जेंटीना बनाम आइसलैंड मुकाबला सिर्फ खेल नहीं बल्कि दर्शकों के चलते भी चर्चित हुआ। डेली मेल ने आइसलैंडिक एफए के हवाले से एक खबर छापी की अर्जेंटीना के खिलाफ खेले गए इस मैच को आइसलैंड में लगभग 99% दर्शकों ने देखा। यानी कि तकरीबन आइसलैंड में रहने वाला हर एक व्यक्ति इस मैच को देख रहा था।

भारत के एक शहर के बराबर है इसकी आबादीफीफा रैंकिंग में 22वें नंबर पर मौजूद आइसलैंड ने इस वर्ल्ड कप सभी को आश्चर्य में डाल दिया। आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि फीफा वर्ल्ड कप 2018 खेल रहे सभी देशों में आइसलैंड सबसे छोटा देश है। यूएन की वेबसाइट के मुताबिक, इस देश की कुल आबादी 3.5 लाख है, इतनी जनसंख्या तो भारत के शहर गुड़गांव की है। वहीं रूस की आबादी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बराबर है तो ब्राजील की जनसंख्या उत्तर प्रदेश के बराबर है। गुजरात की जनसंख्या के बराबर फ्रांस की आबादी है।जब हाथ से गोल कर अर्जेंटीना ने जीता था 1986 फुटबॉल वर्ल्ड कपएक मशहूर क्रिकेट अंपायर जिसे फुटबॉल वर्ल्ड कप मैच में बना दिया गया रेफरी

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari