- आईसीआई लोम्बार्ड अधिकारियों ने दी तहरीर

- बिना ऑपरेशन हड़प लिए थे आरएसबीवाई के रुपए

LUCKNOW: नाबालिग स्टूडेंट का अवैध रूप से एबार्शन करने वाले विजयश्री नर्सिग होम के खिलाफ एक पुराने मामले में सरकारी धन हड़पने के आरोप में पुलिस में तहरीर दी गई है। यह तहरीर आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने दी है। जो मरीजों के लिए आरएसबीवाई योजना के तहत अस्पतालों को भुगतान करती है।

सीएमओ ने दिए थे आदेश

विजयश्री अस्पताल के खिलाफ मरीजों का ऑपरेशन किए बिना ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई) का पैसा हड़पने का मामला सामने आया था। सीतापुर के डीएम की ओर से इसकी शिकायत मिलने के बाद सीएमओ लखनऊ ने स्टेट मेडिकल काउंसिल को पत्र नर्सिग होम के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। सीएमओ ने मेडिकल फैकल्टी को इस अस्पताल के डॉ। केके अग्रवाल, डॉ। शाहिद अख्तर, और डॉ। पराग अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दिसम्बर ख्0क्ब् में पत्र भी लिखा था। सीएमओ डॉ। एसएनएस यादव का कहना है कि इन डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए मेडिकल फैकल्टी को पत्र भेजा गया है। जहां से कार्रवाई की जा रही है।

यह थे आरोप

अस्पताल पर आरोप लगे थे कि सीतापुर के मरीजों को अस्पताल में आपरेशन किया गया। आरएसबीवाई योजना के तहत इन मरीजों के बिलों का भुगतान किया गया। जबकि सीएमओ व सीतापुर जिलाधिकारी की जांच में निकलकर आया कि मरीजों का ऑपरेशन हुआ ही नहीं। बिना ऑपरेशन किए ही मरीजों के नाम पर पैसा हड़प लिया गया। सीएमओ कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक यह अस्पताल सीतापुर के मरीज ही टार्गेट पर होते थे। कमीशन पर इलाज करने के लिए इन मरीजों को लाया जाता था। साथ ही मरीजों को कोई बीमारी न होने पर भी उन्हें भर्ती दिखाकर उनके खाते से रुपए निकाल लिए जाते थे।

इनसे की थी ठगी

सीतापुर के हरीशलाल को ख्0क्क् में हर्निया की शिकायत के बाद वरदान नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था, इसे अब विजय नर्सिग होम के नाम से जाना जाता है। यहां नर्सिग होम के डॉक्टर नेऑपरेशन के नाम पर हरीश लाल से आरएसबीवाई कार्ड के फ्0 हजार रुपए निकाल लिए। बाद में समस्या होने पर दूसरे अस्पताल में दिखाया तो पता चला कि ऑपरेशन हुआ ही नहीं। डीएम सीतापुर और सीएमओ की जांच में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि मरीज का ऑपरेशन हुआ ही नहीं है। साथ ही ऑपरेशन के समय तीन महीने पुरानी जांच रिपोर्ट लगाई गई। जो नियमानुसार गलत है। जांच में पता चला कि मरीज के दोनों दोनों टेस्टिस मौजूद हैं, जबकि नर्सिग होने ने उन्हें निकाल देने का दावा किया था। जिसके कारण ही सीएमओ कार्यालय ने तीनो ंआरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मेडिकल फैकल्टी को पत्र भेजा था।

कई मरीजों से हुई लूट

आरएसबीवाई कार्ड से इलाज के नाम पर कई मरीजों से लूट हुई। मामला खुलने के बाद अस्पताल प्रशासन ने नाम बदल कर इलाज शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, आरएसबीवाई कार्ड के तहत तीस हजार का इलाज मुफ्त है। अस्पतालों का चयन होने के बाद वहां पर इलाज की व्यवस्था की जाती है। इसी का फायदा उठाकर वरदान वर्तमान में विजय नर्सिग होम ने इलाज के नाम पर जमकर धोखाधड़ी की और राजस्व को चूना लगाया।

हमारी टीम अस्पताल के खिलाफ जांच कर रही है। आईसीआईसीआई लुम्बार्ड ने अस्पताल को आरएसबीवाई से डिपैनल किया और उन्होंने एफआईआर भी दर्ज करा दी है।

डॉ। एसएनएस यादव, सीएमओ

Posted By: Inextlive