- पर्स चोरी होने की शिकायत लेकर पहुंचे थे

- अंत में ऑन लाइन शिकायत करने की ठानी

आगरा। पुलिस में कंप्लेन दर्ज कराना आसान बनाने के शासन से लेकर अधिकारी तक कितने ही दावे क्यों ने करें, लेकिन हकीकत इसके उलट है। आज भी आम आदमी शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर लगाता है। पुलिस उसको थाना सीमा समेत तमाम प्रक्रियाओं में उलझा देती है। सोमवार को ऐसा ही मामला सामने आया। जब एक नेत्र चिकित्सक की जेब से किसी ने पर्स निकाल लिया। पुलिस ने पहले तो डॉक्टर से थानों के चक्कर लगवाए, बाद में चोरी का प्रार्थना-पत्र गुमशुदगी में लिखाया गया। अंत में चिकित्सक ने ऑनलाइन शिकायत करने की ठानी।

दिल्ली जा रहे थे चिकित्सक

पनवरी निवासी सौरभ पुत्र गणेशदत्त शर्मा नेत्र चिकित्सक हैं। वह अपने काम से सोमवार की सुबह दिल्ली जाने के लिए निकले थे। आईएसबीटी पर जैसे ही दिल्ली की बस में चढ़े तो अहसास हुआ कि जेब से किसी ने पर्स निकाल लिया है। उन्होंने तुरंत पीछे खड़े युवक को पकड़ लिया। लेकिन उससे पर्स बरामद नहीं हुआ।

थाने से भेजा दूसरे थाने

वह शिकायत लेकर थाना सिकंदरा पहुंचे तो वहां से घटनास्थल थाना हरीपर्वत बता दिया। इसके बाद वह थाना हरीपर्वत पहुंचे। यहां पर किसी कर्मचारी ने उन्हें समझाया कि गुमशुदगी लिख दीजिए। चोरी लिखवाने से पर्स तो बरामद नहीं होगा। पर्स गिर जाना लिखवाने से पर्स में गए कागजात बनवाने में आसानी होगी। पुलिस के इस व्यवहार से वह आजिज आ गए। उन्होंने इसके बाद थाने की तरफ मुड़ कर नहीं देखा। वह सीधे वहां से निकल गए। नेत्र चिकित्सक का कहना था कि वह अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करायेंगे। पीडि़त के मुताबिक पर्स में 1 हजार रुपये, आईडी कार्ड आदि कागजात थे।

Posted By: Inextlive