2.5 करोड़ की संपत्ति के फर्जीवाडे़ का दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था खुलासा

Meerut, आवास-विकास परिषद की 2.5 करोड़ की संपत्ति का बिना रजिस्ट्रेशन फर्जी कागजात के आधार पर बेचने का खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पिछले दिनों किया था। जिसका संज्ञान लेते हुए परिषद ने संबंधित प्रॉपर्टी डीलर के कॉम्पलेक्स पर अवैध निर्माण का नोटिस चस्पा कर सीलिंग के आदेश दे दिए हैं। वहीं सहायक आवास आयुक्त ने बिल्डर के खिलाफ एफआईआर के आदेश भी कर दिए हैं।

ये है मामला

आवास-विकास द्वारा साल 2015 में जागृति विहार स्थित कमर्शियल भूखंड संख्या 7 कॉम-1 को रंजना एसोसिएट के पार्टनर पंकज गुप्ता को आवंटित किया गया था। इस संपत्ति की करीब 2 करोड़ 53 लाख रुपये कि किस्त आवंटी को जमा करनी थी। मगर किस्त जमा किए बगैर ही बिल्डर ने कमर्शियल प्लॉट पर मानकों के विपरीत दर्जनों दुकानें और फ्लैट बना बेच दिए। इस संपत्ति को अगस्त 2018 में संपत्ति अधिकारी नरेश बाबू द्वारा फ्री होल्ड किया गया था। जिसके आधार पर बिल्डर पंकज गुप्ता ने फर्जी बैनामा तैयार कर लिया था।

सीलिंग और एफआईआर के आदेश

सोमवार को इस मामले में आवास-विकास ने एक्शन लेते हुए भूखंड संख्या 7 कॉम-1 पर अवैध निर्माण का नोटिस चस्पा करते हुए सीलिंग के आदेश कर दिए। वहीं सहायक आवास आयुक्त अजय श्रीवास्तव ने नौचंदी थाने में बिल्डर के खिलाफ तहरीर दी है। सोमवार को आवास-विकास के जेई ने मौके पर जाकर नोटिस चस्पा कर किसी भी प्रकार की खरीद-बिक्री व निर्माण को अवैध घोषित कर दिया है।

जांच में पता चला कि मानकों के विपरीत अवैध निर्माण किया गया है। इसलिए भवन पर सीलिंग का नोटिस चस्पा किया गया है।

प्रमोद सिंह, ईएक्सईएन

सिंह सेना ने दिया अल्टीमेटम

इस फर्जीवाडे़ में ठगे गए दुकानदारों के पक्ष में राष्ट्रीय सिंह सेना ने भी सोमवार को प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि बिल्डर पंकज गुप्ता ने शहर में कई ऐसे अवैध निर्माण किए हुए हैं। साथ ही ये निर्माण मानकों के विपरीत हैं और आवास-विकास के आला अधिकारियों की मिलीभगत से हुए हैं। यह मामला सामने आने के बाद भी बिल्डर की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इस मामले में सिंह सेना ने एसएसपी से मुलाकात कर जल्द से जल्द बिल्डर की गिरफ्तारी की मांग की है। यदि गिरफ्तारी नहीं हुई तो पदाधिकारी पीडि़तों के साथ आवास-विकास और डीएम का घेराव करेंगे।

Posted By: Inextlive