पांच जिलों के 18 फायर टैंकर लगे, मशक्कत के बाद पाया काबू

सपा नेता के नेतृत्व में लोगों ने मिल के गेट पर दिया धरना, मुकदमा दर्ज

Meerut। किनौनी शुगर मिल की डिस्टलरी में शनिवार दोपहर दो बजे लगी आग रविवार शाम पांच बजे कड़ी मशक्कत के बाद बुझ सकी। आग बुझाने के लिए पांच जिलों के 18 फायर टैंकर लगाए। ग्रामीणों ने हादसे में मरे कर्मचारी का शव मिल गेट पर रखकर मुआवजे की मांग की। देर शाम 21.5 लाख रुपये मुआवजा तय होने तथा एक परिजन को ठेकेदार के अधीन नौकरी देने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि मिल गेट पर धरना देकर आवागमन बाधित किया गया। इससे राहत कार्य भी प्रभावित हुआ। सपा नेता अतुल प्रधान सहित 10 लोगों को नामजद कर मुकदमा दर्ज किया गया है।

शनिवार को लगी थी आग

बजाज ¨हदुस्तान ग्रुप की किनौनी शुगर मिल की डिस्टलरी में शनिवार दोपहर एल्कोहल से भरे ड्रम लोड करते वक्त टैंक में आग लग गई थी। मजदूर मोनू (25) पुत्र जयवीर, निरकार उर्फ नीरू (24) पुत्र राजवीर निवासीगण जिटोला और सुंदर (23) पुत्र हंसाराम निवासी किनौनी आग में झुलस गए थे। अस्पताल ले जाते समय मोनू ने दम तोड़ दिया था।

आग बुझाने के लिए पांच जिलों की 18 गाडि़यां बुलाई गई थीं। सेना की मदद भी ली गई थी। घंटों पानी की बौछार के बाद भी आग काबू में नहीं आई तो फोम कंपाउंड की मदद लेनी पड़ी। अग्निशमन अधिकारी पुलिस लाइन संजीव कुमार ने बताया कि करीब चार हजार लीटर फोम कंपाउंड की बौछार से शाम करीब पांच बजे आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।

मुआवजे की मांग

उधर, मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीण सपा नेता अतुल प्रधान के नेतृत्व में मिल गेट पर धरना देकर बैठ गए। एडीएम-प्रशासन रामचंद्र सिंह द्वारा 21.5 लाख रुपये मुआवजा देने के आश्वासन पर धरना खत्म हुआ।

Posted By: Inextlive