नियम-कानूनों को ताख पर रखकर हार्ट ऑफ सिटी की रेजिडेंशियल बिल्डिंग में चल रही कॉमर्शियल एक्टिविटीज कानपुराइट्स की जान के लिए मुसीबत बन गई हैं.


ट्यूजडे दोपहर मॉल रोड की वेस्टकॉट बिल्डिंग में भीषण आग से सैकड़ों लोगों की सांसें अटक गईं। बेसमेंट में एक वुलन कंपनी के गोदाम में लगी आग ने कुछ ही देर में पूर बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। दहशत में लोग घरों को छोड़-छोडक़र कर बाहर आ गए। आग इतनी विकराल थी कि फायर ब्रिगेड की करीब 50 गाडिय़ां चार घंटे तक जूझती रहीं इसके बाद भी देर रात तक रह-रह कर आग सुलगती रही। किस्मत अच्छी थी कि सभी सुरक्षित बच गए।दहशत में घर छोडक़र भागे लोग


क्राइस्ट चर्च कॉलेज के पास माल रोड पर बने वेस्टकॉट कैंपस की रौनक बिल्डिंग के बेसमेंट में एक वूलन कंपनी ने अपना गोदाम बना रखा है। बिल्डिंग में कई ऑफिसेस भी हैं। दोपहर करीब 1:15 बजे गोदाम से धुआं उठता दिखाई दिया। कुछ ही देर में आग ने पूरी बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखकर लोग घर छोडक़र ग्राउंड फ्लोर में आ गए। ऑफिस के इम्पलाइज भी बाहर आ गए। इस दौरान एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार भी कैंपस में आए हुए थे।

उन्होंने 1:20 बजे फायर कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की चार दर्जन गाडिय़ां मौके पर पहुंच गईं। मगर, जहरीले धुएं के कारण फायर कर्मियों को बिल्डिंग के अंदर घुसना मुश्किल हो रहा था। बिल्डिंग में चढऩे का कोई दूसरा न होने पर फायर ऑफिसर्स ने सीढ़ी और हाइड्रोलिक मशीन (स्ट्रीट लाइट लगाने वाली गाड़ी) पर चढक़र दूसरी व चौथी मंजिल पर पानी फेंकना शुरू किया। एहतियात के तौर पर बिल्डिंग के पिछले हिस्से में बनी कॉलोनी भी खाली करा ली गई। इसलिए फायर ब्रिगेड को चार घंटे से ज्यादा समय तक मशक्कत करनी पड़ी। पानी खत्म होने पर आरबीआई व लैंडमार्क में बने वॉटर टैंक्स का सहार लेना पड़ा। फायर गाडिय़ों को पानी के लिए 48 से ज्यादा चक्कर लगाने पड़ गए ।Residential का commercial use इंस्पेक्टर कोतवाली ने बताया कि डीके ओसवाल ने बिल्डिंग के बेसमेंट में गोदाम बना रखा था। गोदाम रेनू मित्तल और राजेश गुप्ता की पार्टनरशिप में था। रेजिडेंशियल बिल्डिंग के कमर्शियल यूज करने कोई सूचना अधिकारियों को नहीं थी। फायर ऑफिसर शिव दरस ने बताया कि शार्ट-सर्किट से आग लगने का अनुमान लगाया जा रहा है ।

बेसमेंट के बाहर तीन शटर लगे हुए थे जिनमें ताला लगा हुआ था। आग का विकराल रूप देखकर फायर ब्रिगेड के जवानों ने रॉड से ही शटर तोडऩे लगे। घटना में नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। सोर्सेज का कहना है कि कई करोड़ का नुकसान है। तीन-चार दिन पहले ही गोदाम में चार ट्रक माल उतरा था। बेसमेंट से लेकर चौथी मंजिल तक माल ठसाठस भरा हुआ था। आग से सारा माल जलकर खाक हो गया।

Posted By: Inextlive