JAMSHEDPUR: बिष्टुपुर थाना अंतर्गत लाइट सिग्नल के पास स्थित कुलदीप संस ज्वेलर्स के कर्मचारी मनोहर गोप तथा जुगसलाई निवासी रामगोपाल शर्मा व उसके भाई महावीर कुमार शर्मा के बीच मकान विवाद को लेकर दुकान के दरवाजे के सामने मारपीट हो गयी। सोमवार को हुई मारपीट के बाद ज्वेलर्स दुकान के गार्ड सोनारी निवासी बजरंग शर्मा ने अपनी बंदूक से फाय¨रग कर दी। एक गोली हवा में, तो दूसरी गोली आई-20 कार में लगी। गोली कार के शीशे को छेदते हुए आर-पार हो गयी। उस समय कार में बैठे कदमा गेरुआ रोड बंगला नंबर एक के आउट हाउस में रहने वाले राहुल राजहंस के चेहरे को छूते हुए निकल गयी। यदि एक पल भी देर होती तो राहुल की जान जा सकती थी। गोली चलने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच कर बिष्टुपुर थाना प्रभारी ने ज्वेलर्स दुकान के सुरक्षा गार्ड बजरंग शर्मा उर्फ आरएन सिंह को हिरासत में ले लिया, जबकि उसके पास से एक नाली बंदूक व एक गोली जब्त कर ली गयी। वहीं पुलिस मारपीट में शामिल जुगसलाई निवासी निवासी रामगोपाल शर्मा व उसके भाई महावीर कुमार शर्मा तथा कुलदीप संस ज्वेलर्स के कर्मचारी मनोहर गोप को पकड़ कर थाने ले आयी।

मकान को लेकर विवाद

बिष्टुपुर थाना प्रभारी श्रीनिवास ने पूछताछ की तो मामला पुराने मकान के विवाद का सामने आया। अपने बयान में जुगसलाई निवासी रामगोपाल शर्मा ने बताया कि मेरे दादा स्व। कन्हैया लाल शर्मा का बागबेड़ा थाना अंतर्गत सीपी टोला में मकान है। उस मकान को मेरे दादा ने खिरोद गोप को रहने के लिए दिया गया था। खिरोद गोप के मरने के बाद उसका पुत्र व पोता मनोहर गोप अपने परिवार के साथ रहता आ रहे थे। इसके एवज में वे लोग कुछ किराया देते थे। रामगोपाल शर्मा के अनुसार परिवार बढ़ने के बाद मैं अपने भाई के साथ रविवार को बागबेड़ा स्थित घर पहुंचा और मनोहर गोप को मकान खाली करने को कहा। इतना बोलना था कि मनोहर गोप गालीगलौज व मारपीट करने लगा। मामला बागबेड़ा थाना तक पहुंचा। थाना प्रभारी ने उन्हें आपस में बैठकर बातचीत करने को कहा। रामगोपाल शर्मा के अनुसार सोमवार को मैं अपने भाई के साथ बिष्टुपुर स्थित कुलदीप संस ज्वेलर्स के दुकान के पास आया, जहां मनोहर गोप काम करता है। उसे बुलाया और कहा कि मकान जल्द खाली कर दो। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। इसी बीच दुकान की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने अपनी बंदूक से फाय¨रग कर दी।

रह रहे हैं 40 साल से

पुलिस को पूछताछ में मनोहर गोप ने बताया कि वह बचपन से सीपी टोला बागबेड़ा में ही रह रहा है। उस मकान पर रामगोपाल शर्मा अपना दावा कर रहा है। मेरी दादी रामगोपाल शर्मा के दादा कन्हैया लाल शर्मा की दूसरी पत्‍‌नी थी। उसी समय कन्हैयालाल शर्मा ने मेरी दादी को यह मकान दे दिया था। उसी मकान में हम अपने दादा खिरोद महतो के साथ पूरे परिवार के साथ 40 साल से रहते आ रहे हैं। इस पर जब थाना प्रभारी श्रीनिवास ने मकान के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई कागजात या दान देने संबंधी कागजात की मांग की तो मनोहर ने किसी भी तरह का कागजात होने से इन्कार कर दिया।

डराने के लिए की फाय¨रग

कुलदीप संस ज्वेलर्स में काम करने वाले गार्ड बजरंग शर्मा उर्फ आरएन शर्मा ने बताया कि मैं न्यू ग्वाला पारा सोनारी का रहने वाला हूं। मेरी लाइसेंसी बंदूक है। पिछले तीन माह से मैं ज्वेलर्स दुकान में गार्ड की नौकरी करता हूं। गार्ड ने बताया कि सोमवार की दोपहर में वह दुकान में खड़े था। इसी बीच तीन लोग आए और मनोहर गोप को बुलाने को कहा। मनोहर गोप जैसे ही बाहर आया वे लोग उसके साथ मारपीट करने लगे। दोनों ही ओर से मारपीट होने लगी। दुकान के अंदर व बाहर अफरा-तफरी मच गयी। जब मामला बढ़ने लगा तो मैं डराने के लिए अपनी बंदूक से दो फायर कर दिया।

एजेंसी ने स्वीकार की गलती

बंदूक का लाइसेंस गार्ड बजरंग शर्मा के पिता रामगोपाल शर्मा के नाम से है। वह सेना से रिटयर हैं। जब इस संबंध में बीआइएस सिक्यूरिटी एजेंसी से पूछा गया कि लाइसेंस किसके नाम पर है, तो एजेंसी ने स्वीकार की कि गलती हुई है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। जब लाइसेंस की जांच की गई तो पता चला कि यह श्रीनगर से जारी किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बंदूक की इंट्री जमशेदपुर में है या नहीं। बिष्टुपुर थाना प्रभारी श्रीनिवास ने कहा कि मामले की जांच कर रहे हैं। इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive