त्रिपुरा में बनी देश की पहली साइबर फोरेंसिक लैब
त्रिपुरा हाईकोर्ट में लैबलैब को त्रिपुरा हाई कोर्ट में स्थापित किया गया है और इससे कोर्ट में चल रहे मामलों के संबंध में जानकारी मिलेगी. सीएफएल से कोर्ट में चल रहे मामलों को लेकर वकीलों और वादियों को एसएमएस अलर्ट भेजा जाएगा. न्याय विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यदि कोई वकील या याची सुनवाई के दिन अनुपस्थित रहता है तो इससे संबंधित सभी लोगों को एसएमएस अलर्ट भेजा जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस मदन बी लोकुर ने रविवार को इस लैब का शुभारंभ किया.कानूनी सेवाओं का विकेंद्रीकरण
जस्टिस लोकुर गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम देश में कानूनी सेवाओं का विकेंद्रीकरण चाहते हैं. प्रत्येक चीज को दिल्ली से नियंत्रित करना कठिन है. राज्यों में हाई कोर्ट को इस बात पर ध्यान रखना चाहिए कि निचली अदालतें लंबित मामलों का यथाशीघ्र निपटारा करें. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड (एनजेडीजी) तैयार किया जा रहा है. इसके माध्यम से कानूनी सेवाओं, कोर्ट में चल रहे मामले और न्यायिक कार्रवाई से संबंधित सूचनाएं प्राप्त हो सकेंगी.