101st batch के medicos का सोमवार को CSMMU में पहला दिन था. Administration की ओर से ragging के खिलाफ लिए गए steps से freshers भी tension-free दिखे. तो भी कुछ students थोड़े सहमे दिखे


सीएसएमएमयू में सोमवार को नए बैच के मेडिकोज का पहला दिन था। लेकिन हर साल की अपेक्षा इस बार माहौल बदला हुआ था। चेहरों पर खौफ की जगह मुस्कान थी। हालांकि फ्रेशर्स ने बाल पहले से ही छोटे करा लिए थे। लेकिन लम्बे एप्रन के साथ ज्यादातर ने जींस पहनी हुई थी और गल्र्स ने भी टेंशन फ्री होकर क्लास में एंटर किया। बहुत से स्टूडेंट्स के पैरेंट्स भी उनके साथ दिखे। टीचर्स स्टूडेंट फ्रैंडली माहौल बनाने में प्रयासरत दिखे.
आंखों में सपने लिए
एमबीबीएस और बीडीएस के 101 वें बैच का सोमवार को पहला दिन था। इसे रेस्पेक्ट कहें या सीनियर्स से मिली नसीहत, ब्वायज पहले से ही बाल छोटे करवाकर आए थे। कैम्पस में ही एप्रन बेचने वाले गिरोह ने लम्बे एप्रन जरूर स्टूडेंट्स को पहना दिए। लेकिन प्रशासन की सख्ती और हॉस्टल व कैम्पस के चप्पे चप्पे पर लगे कैमरों के कारण फ्रेशर्स खुश थे। उन्हें पता था कि कोई उन्हें परेशान नहीं करेगा। गल्र्स भी जींस पैंट के साथ कुर्ती में आई थीं। उनके चेहरों पर मुस्कान थी।

मत पहनो लाल मोजे
सुबह 10.30 बजे मेडिकोज को ब्राउन हाल में वेलकम और ओथ के लिए एकत्र होना था। इससे पहले ही टीचर्स हॉस्टल में आए उन्होंने देखा कि कुछ मेडिकोज सीनियर्स के आदेश के अनुसार लाल मोजे पहने हुए थे। टीचर्स ने तुरंत उनसे लाल मोजे उतारने और नार्मल मोजे पहनने को कहा। इसके बाद मेडिकोज में कांफीडेंस और बढ़ गया और उन्होंने लाल मोजे नहीं पहने। कुछ स्टूडेंट्स जिन्हें सीनियर्स ने फोन से ही डोज दे दिया था उनके चेहरे बुझे हुए और नजरें झुकी हुई थीं। ओवरआल जूनियर्स पहले दिन के माहौल से खुश नजर आए.
दिलाई चरक oath
एमबीबीएस और बीडीएस के 101वें बैच को पहले दिन वीसी प्रो। डीके गुप्ता ने ब्राउन हाल में वेलकम एड्रेस दिया। साथ ही भविष्य के इन डॉक्टर्स को चरक ओथ भी दिलाई। मेडिकोज ने अपने प्रोफेशन की गरिमा कायम रखने के लिए शपथ ली। साथ ही डीन प्रो। जेवी सिंह ने यूनिवर्सिटी की हिस्ट्री पर बात की। इसके बाद डीन डेंटल फैकल्टी प्रो। केके वाधवानी और डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो। एपी टिक्कू ने भी स्टूडेंट्स को एड्रेस किया। वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रैगिंग से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं और प्रशासन रैगिंग को बिल्कुल सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हॉस्टल्स को रिनोवेट किया जा चुका है और स्टूडेंट्स की बढ़ी हुई संख्या के लिए व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने स्टूडेंट्स से डिसिप्लिन, डिवोशन और डेडीकेशन के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें न सिर्फ अपने पैरेंट्स बल्कि टीचर्स और बड़ों की भी रेसपेक्ट करनी चाहिए। उनके अंदर जूनियर व सीनियर्स के प्रति सहानुभूति और रेस्पेक्ट दोनों होना चाहिए। अंत में रजिस्ट्रार राकेश कुमार ने वोट आफ थैंक्स दिया। प्रॉक्टर प्रो। अब्बास अली मेंहदी ने कार्यक्रम का संचालन किया।

नहीं आया पानी
न्यू सीवी हॉस्टल में फ्रेशर्स के लिए रिनोवेशन किया गया था। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण ब्वायज को प्रॉब्लम झेलनी पड़ी। रविवार शाम और सोमवार सुबह हॉस्टल में पानी ही नहीं आया। जबकि 11 बजे ब्राउन हॉल में ओथ के लिए इकट्ठा होना था। स्टूडेंट्स ने बताया कि बाथरूम और ट्वायलेट्स नए बने हैं लेकिन पानी का कनेक्शन नहीं किया गया। बाद में गार्ड से मालूम हुआ कि पीजी स्टूडेंट्स के हॉस्टल से पूरे हॉस्टल में सिर्फ दो जगहों पर नल का कनेक्शन था। सभी मेडिकोज बाल्टी बाल्टी पानी लेकर फ्रेश हुए। समस्या झेलने के बाद सोमवार दोपहर में नलों में कनेक्शन किए गए। देर शाम को स्टूडेंट्स गाड्र्स के साए में मार्केट में खरीदारी करने गए।

Posted By: Inextlive