RANCHI : मदीने को जाएं ये जी चाहता है, मुकद्दर बनाएं ये जी चाहता है। मदीने के आका दो आलम के मौला, तेरे पास आएं ये जी चाहता है। मोहमद की बातें मोहमद की सीरत, सुने और सुनाएं ये जी चाहता है इसी मदीने की चाहत में सफर-ए-हज पर जाने की वह घड़ी बिलकुल नजदीक आ गई, जिसका इंतजार आजमीन-ए-हज को बेसब्री से था। शुक्रवार को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से 266 आजमीन-ए-हज का जत्था मक्का-मदीना के लिए रवाना हुआ। इस मौके पर मुयमंत्री रघुवर दास ने सभी आजमीन-ए-हज से कहा कि वे झारखंड के साथ देश-दुनिया के अमन-चैन व शांति के लिए दुआ करें। इस अवसर पर कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी, सांसद रामटहल चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी, राज्य हज कमिटी के चेयरमैन मंजूर अहमद अंसारी, झारखंड अल्पसंयक आयोग के अध्यक्ष डॉ शाहिद अतर और मुयमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार सहित बड़ी संया में लोग मौजूद थे।

दुआ-दुआ हुआ समां

रांची एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल पर बनाए गए हज टर्मिनल में शुक्रवार को आजमीन-ए-हज को विदा करने वक्त परिजनों की आंखें भर आई। हज पर जाने से पहले अपने सगे-संबंधियों से गले मिलने के दौरान आजमीन-ए-हज की आंखों से भी आंसू छलक आए।

गले मिल दी विदाई

मदीने से बुलावा है, खुदा का शुक्र है कि पवित्र यात्रा पर जा रही हूं। अपनी बेटी से गले मिते हुए नसीमा ातून की आंखों में आंसू आ गए। नसीमा की तरह ही हजयात्रा पर जा रहे पहले जत्थे के आजमीन-ए-हज के चेहरे कुछ ऐसा ही बयां कर रहे थे। आजमीन-ए-हज को विदा करने के लिए आए परिजनों और सगे-संबंधियों से हज टर्मिनल भरा हुआ था। उन्होंने फूलों की माला पहनाकर और गले मिलकर आजमीन-ए-हज को विदाई दी।

अगले साल तक न्यू हज हाउस

झारखंड में बेहतरीन हज हाउस बनेगा। हज हाउस की डिजाइन बनाने के लिए देश के जानेमाने आर्किटेक्ट से बात चल रही है। राज्यसा सांसद एमजे अकबर को हज हाउस बनवाने के लिए कहा गया है। उन्होंने देश के नामी-गिरामी वास्तुविदों से भी इस बाबत बात की है। रांची में अगले साल तक आजमीन-ए-हज केलिए हज हाउस तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही पुराने हज हाउस के निर्माण में गड़बड़ी करनेवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive