न लाइट, न कैमरे, न सेंसर केवल ओपन डक पर हो रही जांच

जांच के लिए बन टनल में लाइट तक की व्यवस्था नहीं

Meerut। तीन साल से प्रस्तावों तक सीमित आरटीओ का हाईटेक फिटनेस ट्रैक का प्लान आखिरकार धरातल पर उतर ही गया। आरटीओ कार्यालय परिसर में सोमवार से फिटनेस ट्रैक पर वाहनों की फिटनेस का काम शुरू हो गया। मगर हाइटेक फिटनेस ट्रैक से विभाग को जो उम्मीदें थीं, वह परवान नहीं चढ़ सकी। कारण, हाइटेक फिटनेस टै्रक में न तो कैमरे लगे हैं और न सेंसर या कंप्यूटर जैसी कोई सुविधा है। यहां तक की टै्रक पर लाइट तक की व्यवस्था नहीं है।

40 लाख का फिटनेस ट्रैक

समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी करीब 40 लाख के बजट से करीब एक साल पहले आरटीओ परिसर में इस फिटनेस टै्रक का निर्माण शुरु हुआ था। तब योजना थी कि फिटनेस के लिए आने वाली गाडि़यों की इस ट्रैक पर अत्याधुनिक तरीकों से कंप्यूटरीकृत फिटनेस जांच की जाएगी। इसमें कैमरों से लेकर सेंसर तक का प्रयोग किया जाएगा। मगर ऐसा हो न सका और 40 लाख केवल फिटनेस ट्रैक के निर्माण में ही खर्च हो गए।

फिटनेस ट्रेक भी अनफिट

इस सप्ताह आरटीओ परिसर में फिटनेस ट्रैक पर गाडि़यों की फिटनेस का काम शुरू हुआ। ट्रैक पर बनी दो डक टनल पर गाडि़यों को खड़ा करके ऊपर व नीचे से वाहनों की जांच की जा रही है लेकिन हालत यह है कि इन टनल में लाइट तक का इंतजाम नहीं है। टनल में अंधेरे में गाड़ी के नीचे चेसिस, टायर व बॉडी की जांच करने से खुद अधिकारी कतरा रहे हैं। कैमरे व सेंसर न होने के कारण कंप्यूटरीकृत जांच का दावा भी हवा-हवाई हो रहा है। इतना ही नहीं आरआई केबिन में कंप्यूटर तो दूर बैठने की कुर्सी तक नहीं डाली गई है।

फैक्ट्स

फिटनेस ट्रैक के लिए करीब 40 लाख का बजट प्रस्ताव हुआ था स्वीकृत।

ट्रैक पर वाहन को खड़ा कर कंप्यूटर से होनी थी जांच।

ट्रैक के साथ ही आरआई टेक्नीकल का केबिन हुआ तैयार पर वहां कुर्सी तक नहीं।

आरटीओ विभाग में रोजाना करीब 50 से 60 बडे़ और 100 से अधिक छोटे व मीडियम वाहनों की फिटनेस होती है।

फिटनेस के लिए निर्धारित अधिकारियों की संख्या मात्र एक।

फिटनेस के लिए आवश्यक स्टॉफ की निर्धारित संख्या 7 उपलब्ध केवल 2.

फिटनेस के दौरान एक्सल, ब्रेक और चेसिस जांच से लेकर बॉडी बेस की जांच फिटनेस ट्रैक टनल में होती है। जहां लाइट की व्यवस्था नहीं है।

फिटनेस ट्रैक के लिए निर्धारित बजट के अनुसार काम हुआ है लेकिन कुछ चीजें अभी लगनी बाकी हैं।

चंपा लाल निगम, आरआई

Posted By: Inextlive