-गढ़ी कैंट एरिया में तीन किलोमीटर सर्किल में लगाए गए हैं पिंजरे

-गुलदार की मौजूदगी होने से खौफ

- सीवर टैंक में गिरकर हो चुकी है मादा गुलदार की मौत

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DEHRADUN: गढ़ी कैंट और एफआरआई क्षेत्र में गुलदार की मौजूदगी से लोग दहशत में हैं। इसे देखते हुए वन विभाग ने तीन किलोमीटर सर्किल में पांच पिंजरे लगवा दिए हैं। हांलाकि अभी तक पहले लगाए गए पिंजरों में भी गुलदार नहीं फंस सका है। लगातार आबादी में गुलदार की दस्तक लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है।

पहले भी हो चुके हैं गुलदार के हमले

इस क्षेत्र में गुलदार की दस्तक कोई पहली बार नहीं हुई है। क्म् जनवरी ख्0क्भ् को फूलसनी में गुलदार ने हमला कर एक किशोर को मार डाला था। वहीं क्ब् मार्च ख्0क्भ् को एफआरआई के आउट हाउस परिसर में गुलदार ने एक बालिका की जान ले ली। इससे पहले भी एफआरआई में दिसंबर ख्0क्ब् में गुलदार हमला कर एक किशोर को घायल कर चुका है।

एफआरआई में बोर्ड लगाकर दी गई चेतावनी

लगातार गुलदार की दस्तक को देखते हुए एफआरआई में बकायदा बोर्ड लगाकर वहां आने वाले लोगों को गुलदार से सतर्क रहने की चेतावनी दी जाती है। क्योंकि एफआरआई के पीछे का क्षेत्र जंगल क्षेत्र हैं, वहीं से गुलदार के आने का खतरा रहता है। ऐसे में अब लोग वहां के जंगल क्षेत्र में जाते हुए भी डरने लगे हैं।

बीस दिन पहले भी दिखा था गुलदार

करीब बीस दिन पहले एफआरआई के पीछे जंगल क्षेत्र में लोगों ने गुलदार को देखा था और वन विभाग को सूचना दी थी। उस समय वन विभाग ने दो पिंजरे लगवा दिए थे। इसकी पुष्टि रविवार को उस समय हो गई, जबकि एक मादा गुलदार सीवर के पुराने टैंक में गिर गई। हांलाकि उसकी मौत हो गई।

नहीं है कोई स्थायी समाधान

लगातार आबादी में गुलदार के आने से लोगों में खौफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन वन विभाग के पास इसका कोई स्थायी समाधान नहीं है। वह जंगल क्षेत्र हैं और शिवालिक के घने जंगलों में गुलदार की संख्या अच्छी खासी बताई जा रही है। ऐसे में आबादी में घुसने से गुलदार को रोका जा सके, वन विभाग के पास इसका कोई उपाय नहीं।

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पिंजरे लगवा दिए गए हैं

जहां गुलदार टैंक में गिरा था, उससे तीन किलोमीटर क्षेत्र में पांच पिंजरे लगवाए गए हैं। वहां के स्थानीय लोगों ने पिंजरे लगवाने की मांग की थी।

--गुलवीर सिंह, एसडीओ देहरादून वन विभाग

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Posted By: Inextlive