RANCHI

घड़ी की सूई सुबह 8.क्ख् का इशारा कर रही थी। हमारी गाड़ी रांची से लगभग ब्भ् किमी दूर स्थित मांडर थाना को पार करती है और हम बेड़ो की ओर बढ़ते हैं। इस सड़क पर कुछ दूर चलने के बाद हम कच्ची सड़कों से होते हुए मांडर थाना क्षेत्र के कंजिया मरईटोली गांव पहुंचे, जहां शुक्रवार की देर रात पंचायत लगाकर पांच महिलाओं को डायन करार देकर हत्या कर दी गई थी। यहां पुलिस और प्रशासन की गाड़ी लगी थी। कुछ लोग जमा होकर घटना का जिक्र कर रहे थे।

सीन-ख्

कुछ दूर चलने के बाद एक आदमी मिलता है। वहां पुलिस के कुछ जवान खड़े हैं। वह आदमी अपना नाम जोहन उरांव बताता है। उसकी आंखों में बीती रात हुई घटना का खौफ साफ नजर आता है। उसने बताया कि कैसे गांव के लोग उसकी मां और बहन को घर से आधी रात को उठाकर ले गए और हत्या कर दी।

सीन-फ्

कुछ दूर आगे बढ़ने के बाद कई पुलिस अधिकारी बैठे नजर आए और चारों ओर जवान तैनात थे। पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। थोड़ी ही दूर पर एक कटहल का पेड़ है। इस पेड़ के नीचे ही शुक्रवार देर रात गांववालों ने तांडव मचाया था। पेड़ के नीचे खून के निशान पड़े थे। इधर, गांव की महिलाओं को झारखंड पुलिस की महिला सिपाहियों ने घेर रखा है। ये महिलाएं पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की परिजन हैं। महिलाएं बार-बार थाना जाने की मांग कर रही हैं, लेकिन महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें जाने से रोक रखा है। आखिरकार उन्हें छोड़ देती हैं।

सीन-ब्

धीरे-धीरे हम गांव के अंदर जाते हैं। इस दौरान सभी घरों में ताले लगे हैं। कुछ घरों के बाहर एक-दो बुजर्ग बैठे दिखाई देते हैं। उनसे पूछने पर मालूम हुआ कि अधिकतर लोगों को पुलिस उठाकर ले गई। बाकी लोग अपने परिजनों को छुड़ाने के लिए थाने का घेराव करने गए हैं। अब हम एतवरिया के घर पहुंचते हैं। एतवरिया उन्हीं पांच महिलाओं में शामिल हैं, जिनकी निर्मम हत्या कर दी गई है। पुलिस उसके घर में जांच कर रही है।

सीन-भ्

वहां से आगे बढ़ने के बाद पुलिस अधिकारी जसिंता के घर का रूख करते है। वहां पहुंचने पर पुलिस अधिकारी उसके पति को बुलाकर पूछताछ कर रहे है। उससे पूछताछ करने के बाद पुलिस अधिकारी वापस घटनास्थल की ओर बढ़ते हैं। वहां पहुंचने के बाद बीडीओ ने शवों के अंतिम संस्कार करने की व्यवस्था करने का आदेश दिया। परिजनों को भी अपनी ओर से इंतजाम कर लेने को कहा गया।

सीन-म्

अब हम गांव से वापस थाने की ओर बढ़ते हैं। जहां रास्ते में कई लोग घटना की चर्चा कर रहे हैं। थाना पहुंचने पर गांव वालों के आने की खबर मिलती है। यह सूचना मिलते ही थाने में लाठीधारकों को तैनात होने का आदेश दिया जाता है और थाना के गेट में ताला लगा दिया जाता है। भ्0 की संख्या में महिलाएं और बच्चे थाना का घेराव कर रहे हैं। उन्हें थाने में प्रवेश करने से रोका जा रहा है।

Posted By: Inextlive