.. तो क्या मदरसों में नहीं होता ध्वजारोहण
- अरबी-फारसी मदरसों के प्रधानाचार्य 15 अगस्त पर मदरसों में कराएं ध्वजारोहण
- जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने जारी किया आदेश - सांस्कृतिक प्रोग्राम का भी कराएं आयोजन अरबी-फारसी मदरसों के प्रधानाचार्य क्भ् अगस्त पर मदरसों में कराएं ध्वजारोहण - जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने जारी किया आदेश - सांस्कृतिक प्रोग्राम का भी कराएं आयोजन ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: स्वतंत्रता दिवस से तीन दिन पहले एक सरकारी आदेश ने ये सवाल उठा दिया है कि क्या मदरसों में राष्ट्रीय पर्व नहीं मनाया जाता? ध्वजारोहण के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होता? अगर होता है तो फिर मान्यता प्राप्त अनुदानित अरबी फारसी मदरसों के प्रधानाचार्यो को स्वतंत्रता दिवस के दिन ध्वजारोहण कराने और सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने का आदेश देने की जरूरत कहां से आ गई। क्या आजादी के म्8 साल बाद भी आदेश की है जरूरतस्वतंत्रता दिवस देश की आजादी का पर्व है। अमर बलिदानियों और वीर सपूतों द्वारा दी गई कुर्बानियों के प्रतिफल का दिन है। इसलिए इस देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वो स्वतंत्रता के पर्व को मनाए। लेकिन अब इसके लिए सरकारी आदेश की जरूरत कहां से आ गई। क्या आजादी के म्8 साल बाद भी आजादी के जश्न को मनाने के लिए सरकारी आदेश की जरूरत है।
क्या मदरसे सिस्टम से अलग हैं?सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है। इसके लिए सरकारी आदेश जारी नहीं होता। लेकिन ध्वजारोहण होता है। कार्यक्रम होता है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मदरसे इस सिस्टम से अलग हैं।
ट्यूजडे को जारी हुआ आदेश ट्यूजडे को जिला अपल्संख्यक कल्याण अधिकारी शिव प्रकाश तिवारी ने एक जनपद के सभी मान्यता प्राप्त और अनुदानित अरबी फारसी मदरसों के प्रधानाचार्यो के लिए आदेश जारी किया। जिसमें उन्होंने सभी प्रधानाचार्यो को आदेश दिया है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन वे अपने मदरसों में विधिवत सांस्कृतिक कार्यक्रम कराना और ध्वजारोहण कराना सुनिश्चित करें। क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में जब जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शिव प्रकाश तिवारी से पूछा गया कि क्या मदरसों में ध्वजारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होता तो उन्होंने कहा, नहीं ऐसा नहीं है। फिर पूछा गया तो फिर ये सरकारी आदेश जारी करने की जरूरत कहां से आ गई, उन्होंने जवाब दिया कि जो लोग नहीं कराते ये आदेश उनके लिए है। ये एक सामान्य आदेश है।