Bareilly : उत्तराखंड में बारिश से आई तबाही के बाद अब बरेली पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उत्तराखंड के हथिनी कुंड बैराज से 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है जो जल्द ही बरेली तक पहुंच जाएगा. प्रशासन द्वारा बाढ़ नियंत्रण की 56 चौकियों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. ट्यूजडे इस संबंध में पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया. सभी थानों से बाढ़ नियंत्रक अधिकारियों की सूची मांगी गई है.


56 बाढ़ चौकियों में अलर्टबरेली डिस्ट्रिक्ट में मेन नदियां कोसी, गोली व रामगंगा हैं। सभी नदियां फतेहगंज पश्चिमी से रामगंगा में जुड़ जाती हैं। रामगंगा व अन्य नदियों के आस-पास बसे एरिया व गांवों में    बाढ़ का खतरा ज्यादा है। प्रशासन द्वारा 56   बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। एडीएम एफआर को बाढ़ नियंत्रण अधिकारी बनाया गया है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस को भी पूरी तरह से अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। बनी रही बादलों की आवाजाही
मानसून एक्सप्रेस की इंट्री के बाद दूसरे दिन भी बादलों की आवाजाही बनी रही। हालांकि, बादलों के बीच से धूप की चमक भी बिखरती रही। ट्यूजडे को मिनिमम टेंप्रेचर में अच्छी-खासी गिरावट दर्ज की गई। यह नॉर्मल टेंप्रेचर से 5 डिग्री गिरकर 21.5 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं मैक्सिमम टेंप्रेचर भी नॉर्मल टेंप्रेचर से 9 डिग्री लुढ़क गया। यह 29.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ह्यूमिडिटी 90-79 परसेंट रहने से अभी बारिश की संभावनाएं बरकरार हैं। वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक फिलहाल मौसम में ठंडक बनी रहेगी, आने वाले दो दिनों में बारिश की संभावनाएं बनी हुई हैं। 15 जून को छोड़ा गया पानी


जानकारी के अनुसार 15 जून की शाम को 80 हजार क्यूसेक पानी हथिनी कुंड से रामगंगा में छोड़ा गया था। इसके एक-दो दिन में बरेली पहुंचने की संभावना है इसलिए यहां भी बाढ़ की आशंका है। पड़ोसी जिले पीलीभीत में बाढ़ आ गई है। वहीं उत्तराखंड में बारिश अभी भी जारी है। वहीं बरेली में भी जमकर बारिश हुई है।

Posted By: Inextlive