-राहत के लिए पीडि़तों ने सड़क जाम कर किया उग्र प्रदर्शन

PATNA: बाढ़ पीडि़त प्रशासनिक सहायता में कमी से आक्रोशित होकर अब सड़क पर उतरने लगे हैं। शुक्रवार को पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी में बाढ़ पीडि़तों ने राहत के लिए जमकर हंगामा किया। चिरैया में आक्रोशितों ने सीओ स¨चद्र कुमार की जमकर पिटाई कर दी। उन्हें करीब दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा। सुगौली व फेनहारा में भी बाढ़ पीडि़तों की प्रशासन द्वारा तैयार सूची को लेकर जमकर हंगामा किया गया। सीतामढ़ी के पुनौरा में राहत नहीं मिलने से नाराज बाढ़ पीडि़तों ने सड़क जाम कर उग्र प्रदर्शन किया। झंझापुर के नरुआर में बाढ़ राहत संबंधी मांगों को लेकर ग्रामीणों ने भारी हंगामा किया। वहां बाढ़ नियंत्रण कार्यालय सं-2 में तोड़फोड़ की। सूचना मिलने पर डीएम, एसपी भी नरुआर पहुंचे।

डूबने से 17 लोगों की मौत

कोसी-सीमांचल के इलाके में बाढ़ की भयावहता कम हो रही है। हालांकि प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी बारिश का पानी जमा है। शुक्रवार को कोसी-सीमांचल में डूबने से 13 लोगों की मौत हो गई। सुपौल में चार, सहरसा में तीन, अररिया में चार और किशनगंज-कटिहार में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हुई है। उधर, पूर्वी चंपारण में डूबने से तीन लोगों की मौत हो गई। सीतामढ़ी के सोनबरसा में बाढ़ में डूब कर बालक की मौत हो गई।

कुछ नदियां अब भी बढ़ा रहीं चिंता

उत्तर बिहार में नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच बाढ़ की स्थिति सामान्य होने लगी है। कमला नदी के कटाव से नेपाली सीमा क्षेत्र के अकौन्हा इनरवा के पास जयनगर-जनकपुर ट्रैक करीब 100 मीटर में टूट गया। हालांकि समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक और दरभंगा में बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। तटबंध पर दबाव बढ़ा हुआ है।

Posted By: Inextlive