छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : बागबेड़ा नया बस्ती के लिए बारिश का मौसम परेशानियों का सबब बन जाता है। जब भी तेज बारिश होती है, यहां रहनेवाले लोगों को यह डर सताता रहता है कि कब बाढ़ का पानी उनके घरों में घुस आएगा। इस साल भी इस इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां के करीब डेढ़ सौ घरों में नदियों का पानी घुसने से लोगों को दूसरी जगह शरण लेना पड़ा। हालांकि, सोमवार को पानी का लेवल कम होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली, पर डर अभी भी बना हुआ है कि कब पानी फिर घरों को अपनी चपेट में ले लेगी।

मुश्किल में जिंदगी

बागबेड़ा में रहनेवाले लोगो की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। पिछले कई दिनों से बागबेड़ा के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। शनिवार की रात करीब डेढ़ बजे अचानक बागबेड़ा नया बस्ती में पानी घुसना के घुसने का सिलसिला शुरू हुआ। देखते ही देखते कई घर बाढ़ की चपेट में आ गए। रविवार को दिन में पानी का लेवल थोड़ा कम हुआ, पर रात दस बजे बाद फिर से घरों में पानी घुस आया। इस वजह से बागबेड़ा नया बस्ती रोड नंबर 1, 2 और 3 तके करीब 150 घर बाढ़ की चपेट में आ गए। हालांकि, सोमवार को पानी घटने से थोड़ी राहत मिली पर अभी समस्याएं बनी हुई है।

कई इलाके हुए प्रभावित

बागबेड़ा के अवधेश ठाकुर ने बताया कि रोड नंबर 1 के 30 घर, रोड नंबर 2 के 63 घर, रोड नंबर 3 के 40 घर और रोड नंबर 3 के पास करीब 20 घरों में बाढ़ का पानी घुसा। दूसरी ओर बड़ौदा घाट, सिदो-कान्हू बस्ती और प्रधान टोला के निचले इलाकों में भी कई घर बाढ़ की चपेट में आए। बागबेड़ा महानगर विकास समिति के प्रेसिडेंट सुबोध झा ने बताया कि बड़ौदा घाट के 7, सिदो-कान्हू बस्ती के 4 और प्रधान टोला के 3 घरों में बाढ़ का पानी घुसा। उन्होंने कहा की पिछले 17 दिनों में ये इलाके तीन बार बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं।

परेशानी में बीत रहा दिन

फिलहाल बाढ़ का पानी घरों से निकल गया है, पर लोगो की परेशानी दूर नही हुई है। पानी दुबारा कब घर में घुस आएगा, इसे लेकर लोगो के मन डर बना हुआ है। अचानक घर में पानी घुस जाने की वजह से कई लोगो के घरों में खाने-पीने के सामान सहित दूसरी चीजें बर्बाद हो गई। इस वजह से इस इलाके में रहनेवाले लोगों को मौजूद सरकारी स्कूल, उंची इमारतों या रिश्तेदारों के यहां शरण लेना पड़ गया। पानी घटने पर सोमवार को कई लोग अपना सामान लेकर घरों की तरफ जाते दिखें।

बढ़ रहा है बीमारियों का खतरा

घरों में पानी के घुसने से बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। कई लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सोमवार को जुगसलाई पीएचसी के डॉ पी तिवारी और उनकी टीम द्वारा रोड नंबर दो में एक हेल्थ चेकअप कैंप लगाया गया। डॉ पी तिवारी ने बताया कि इस दौरान बड़ी संख्या में सीजनल फीवर, स्कीन डिजीज, डायरिया के पेशेंट्स आए। उन्होंने कहा कि पानी भरने की वजह से इस तरह की बीमारियां फैल रही हैं। इन बीमारियों को देखते हुए सामाजिक संस्थाओं द्वारा इलाके में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी करवाया गया है। सुबोध झा ने बताया कि सिविल सर्जन से बात कर और ब्लीचिंग पाउडर की मांग की गई है, ताकि सभी प्रभावित इलाको में छिड़काव करवाया जा सके।

Posted By: Inextlive