-कटाव से धीरे-धीरे सड़क के किनारे से मिट्टी बह गई है।

क्चङ्गन्क्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: जैसे-जैसे गंगा नदी में बाढ़ का उफान गति पकड़ रहा है। वैसे ही सहायक नदियों की भी स्थिति भयावह बनती जा रही है। कर्मनाशा नदी का जलस्तर तीव्र गति से बढ़ता जा रहा है। इकई गांव जलमग्न हो गए है। अगर इस तरह पानी का दबाव रहा तो चौसा रामगढ़ मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी आ सकता है। वहीं, पानी के बढ़ते क्रम को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में है। अंचल से लेकर जिलास्तरीय प्रशासनिक टीम बाढ़ क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति को भांप रहे है। कर्मनाशा के कहर से जहा बनारपुर गांव के तटीय लोगो के घरों में पानी समाने से दिनचर्या बिगड़ गई है। जरूरत के सामग्री पूरा करने के लिए घर से नाव के सहारे मुख्य सड़क पर आना पड़ रहा है। वहीं, सिकरौल गांव की सड़कें डूब जाने से लोगो के आवागमन की परेशानी बढ़ गई है। जबकि, डिहरी, रोहनीभान व सोनपा गांव में बाढ़ के पानी गांव में पहुंच चुका है। अगर पानी बढ़ने की गति यही रही तो चौसा- रामगढ़ पथ पर पानी चढ़ जायेगा। जिससे सड़क पर वाहनों की आवागमन ठप करना पडेगा। बुधवार की शाम अखौरीपुर गोला स्थित मुख्य मार्ग की पुलिया व सड़क से पानी की स्थिति सड़क से महज एक फीट की दूरी पर थी।

Posted By: Inextlive