Varanasi: गंगा और वरुणा के बाढ़ से प्रभावित हजारों के लिए ये इन्फार्मेशन टेंशन देने वाली है कि रविवार को कानपुर की ओर गंगा में बढ़ाव का ट्रेंड देखा गया है. वैसे ही बाढ़ पीडि़त हजारों लोग अब तक धीमे घटाव से परेशान है और अपनी किस्मत को रो रहे हैं. जबकि कानपुर की ओर बढ़ाव की इंफार्मेशन ने उन्हें चिंता में डाल दिया है कि कहीं फिर ना गंगा का पानी बढऩा शुरू हो जाए.


चिंता की नहीं कोई बातहालांकि सेंट्रल वॉटर कमीशन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर राजेन्द्र प्रसाद का कहना है कि ये कोई चिंता की बात नहीं है। बढ़ाव का ट्रेंड बहुत ही ज्यादा स्लो है और इस बात की ज्यादा संभावना है कि इलाहाबाद तक पहुंचते-पहुंचते ये ट्रेंड खत्म भी हो जाए। इलाहाबाद की ओर गंगा की चौड़ाई ज्यादा होती है और यहां अक्सर ही छोटा-मोटा बढ़ाव आकर गुम हो जाता है। कानपुर के बढ़ाव के बारे में कुछ ऐसी ही उम्मीद है। हां, यदि बढ़ाव का ट्रेंड लगातार 24 घंटे तक बना रहा तो कुछ असर वाराणसी तक आ सकता है।घटाव और हुआ धीमा


अपने वाराणसी में भले ही बढ़ाव का कोई ट्रेंड नहीं मगर घटाव की गति शनिवार को स्लो नजर आई। सेंट्रल वॉटर कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दिनों एक सेमी प्रति घंटे वाला घटाव रविवार को आधा सेमी प्रति घंटे की दर पर आ गया। अपस्ट्रीम में कुछ जगह पानी स्थिर भी हुआ है। इसलिए एक-दो दिन बाद घटाव में तेजी आने की उम्मीद है। मदद को बढ़े हाथ

फ्लड विक्टिम्स की मदद का दौर जारी है और रविवार को वाराणसी एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन भी आगे आ गया है और हनुमान गैस, राजघाट गैसे सर्विस, मुकुंद गैस, श्री इण्डेन गैस की ओर से हुकुलगंज, बघवानाला, आजाद नगर, मकबूल आलम रोड, डोमरी, सूजाबाद, नरिया, अस्सी एरिया में गैस सिलेंडर का वितरण कराया गया। इस प्रोग्राम में मनीष चौबे, कुमार अग्रवाल, रवि राय, सुजीत राय, कैफी, अजय मिश्रा, विवेक सिंह, कन्हैया, राहुल, भृगुनाथ द्विवेदी का सहयोग रहा।

Posted By: Inextlive